श्री मायादेवी मंदिर(समशक्त्तिपीठ ) :->माया देवी मंदिर हरिद्वार शहर के मध्य जूना अखाड़े में रामलीला ग्राउंड के बगल में स्थित है। माया देवी का वर्णन पुराणों और अनेक धर्म ग्रंथों में भी मिलता है|
श्री मायादेवी मंदिर|| Shree mayadevi Mandir Haridwar
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस स्थल पर सती की नाभि गिरी थी |पौराणिक कथा के अनुसार अपने पिता महाराजा दक्ष के यहां कनखल में आयोजित यज्ञ में अपने पति भगवान शिव का अपमान सहन न कर पाने से सती ने यज्ञ के हवन कुंड में ससव्य को दगध कर लिया था |
इसके उपरांत नभ मंडल में सती का शव लेकर शोकाकुल विचरण कर रहे शिव को शांत करने के लिए भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से सती की मृत्यु देह के 51टुकड़े किए जो देशभर में विभिन्न स्थानों पर गिरे |इन्ही 51 स्थानों पर शक्तिपीठों की स्थापना हुई|
उन्हीं में से एक साथ यह भी है |नवरात्रों में यहां विशेष पूजा-अर्चना होती है| जिसमें भक्तों की अत्यधिक भीड़ होती है |देवी भागवत एवं मत्स्यपुराण में वर्णित 108 दिव्य शक्तिस्थलों में यह स्थान 32 वां है प्रतिवर्ष लगभग 5 से 6लाख भकत दर्शन करने आते हैं| क्षेत्रफल 4000 मीटर है।