उपवास क्यों करते हैं | What is Fasting :-> उपवास का धार्मिक आध्यात्मिक और वैदिक महत्व तीनों ही हैं| वह आश्वासन से निवृत का साधन है| इंद्रियों पर विजय पाने के लिए जीता हार होने की आवश्यकता होती है| क्योंकि में मादकता होती है इसमें एक प्रकार का नशा होता है जिससे भोजन के ₹50 अलग से अनुभव करते हैं|
उपवास क्यों करते हैं | What is Fasting
पके हुए आम के नशे में एक प्रकार की पार्थिव शक्ति होती है जो पार्थिव शरीर का सहयोग आकर दुगनी हो जाती है
उपवास से केवल स्वीकृति दूर होती है वर्ण मन और आत्मा भी शुद्ध होती है| कुछ लोग हवास को नकारते हैं लेकिन उपवास भूख लगने पर समाप्त होने का नाम है उपवास से प्रार्थना की और तीव्रता से जाता है और अर्थात उपवास में मन ईश्वर की और होता है| लेकिन वह वास्ता श्री मानसिक आध्यात्मिक लाभ उठाने के लिए उसकी कला का ज्ञान भी आवश्यक है
अपने स्वयं अनुभव किया होगा कि ज्वर होने पर डॉक्टर और वेद भोजन का निषेध कर देते हैं| पशु पक्षी रोगी होने पर स्वयं ही आहार बंद कर देते हैं और एक और विश्राम की मुद्रा में पड़े रहते हैं| इस प्रकार हमें पता है कि उपवास में रोग रोधक शक्ति है| लेकिन प्रतिकूल स्थिति में इससे शरीर को कष्ट हो सकता है| ऐसे देखने में आया है कि अल्पाहार करने से दुर्बलता आती है जबकि हादसे नहीं|
धार्मिक दृष्टि से वास में भी अलग-अलग खानपान का महत्व है| किसी में फलाहार है तो किसी में जब तक मना है किसी में केवल मिष्ठान खाया जाता है तो किसी में खट्टा का निषेध किया जाता है|
वास्तव में यह सब नियम प्रकृति के संतुलन के लिए बनाए गए हैं| आयु विज्ञान में इसको विज्ञान स्तर पर विभाजित किया गया है| वास्तव में उपवास शरीर वृद्धि का एक सशक्त माध्यम है स्वागत एवं धर्म दोनों की दृष्टि से उपवास का एक विशेष महत्व है| शरीर को स्वस्थ रखना भी धर्म है
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