O Maiya Ji Kirpa Karo Lyrics | ओ मइयां जी किरपा करो :-> मां भगवती का यह भजन भक्ति भावना को बढ़ाने वाला है और मां के श्री चरणों के प्रति प्रेम को पैदा करने वाला है।
ओ मइयां जी किरपा करो | O Maiya Ji Kirpa Karo Lyrics
ओ मइयां जी किरपा करो
मेरे अवगुण चित न धरो
ओ मइया जी विनती सुनो
मेरी विपदाये दूर करो ||
हाथो में पतवार धरो
बीच भवर से पार करो
ओ मइयां जी किरपा करो
मेरे अवगुण चित न धरो ||
इक तेरा ही आसार है
तू करदे एक इशारा
जो तू चाहे पलट जाये
समय की बहती धारा ||
उलझी लड़ियाँ खोल दे
बिखरी कड़ियाँ खोल दे
मुझपे माँ उपकार करो
मेरी अर्ज पे ध्यान धरो ||
ओ मइयां जी किरपा करो
मेरे अवगुण चित न धरो ||
शरण तेरी अर्ज मेरी
हास की ज्योत जली है
किरपा तेरी हुई जब भी
तो हर मुश्किल टली है ||
ये विश्वास तेरा ना टूटे
साथ तेरा ना छूटे
आये संकट क्षण में हरो
अंधेरो को दूर करो ||
ओ मइयां जी किरपा करो
मेरे अवगुण चित न धरो ||