छाई काली घटाएं तो क्या भजन | Chhai Kaali Ghataye To Kya Bhajan Lyrics :->यह सुंदर भजन भक्ति भावना को बढ़ाने वाला है | यह भजन भगवान के श्री चरणों के प्रति पैदा करने के लिए है| कृपया ऐसे भजन के अपने परिवार और अपने दोस्तों के साथ शेयर करें धन्यवाद
छाई काली घटाएं तो क्या भजन | Chhai Kaali Ghataye To Kya Lyrics
छाई काली घटाएं तो क्या उसकी छत्री के नीचे हूँ मैं
आगे आगे वो चलता मेरे मेरे दादा के पीछे हूँ मैं
उसने पकड़ा मेरा हाथ है मुझको डरने की क्या बात है
उसके रहते कोई क्या करे भला किसकी क्या औकात है।
क्यों मैं भटकूँ यहाँ से वहाँ उसके चरणों में सारा जहाँ
सारे मतलब के रिश्ते यहां खुशियों का खजाना यहाँ
हरदम रहता मेरे साथ हैं मुझको डरने की क्या बात है
उसने पकड़ा मेरा हाथ है मुझको डरने की क्या बात है
उसके रहते कोई क्या करे भला किसकी क्या औकात है।
इसकी महिमा का वर्णन करूँ मेरी वाणी में वो दम नहीं
जबसे इसका सहारा मिला अब सताये कोई गम नहीं
इनका सर पे मेरे हाथ हैं मुझको डरने की क्या बात है
उसने पकड़ा मेरा हाथ है मुझको डरने की क्या बात है
उसके रहते कोई क्या करे भला किसकी क्या औकात है।
जहां लगती आनंद की झड़ी ऐसी महफ़िल सजाता हैं ये
हम क्यों ना दीवाने बने ऐसे जलवे दिखाता हैं ये।
हरदम कृपा की बरसात हैं मुझको डरने की क्या बात है
उसने पकड़ा मेरा हाथ है मुझको डरने की क्या बात है
उसके रहते कोई क्या करे भला किसकी क्या औकात है।