मां चंद्रघंटा की आरती | Chandraghanta Mata Aarti :->नवरात्रि में नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गे के तीसरे रूप चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता चंद्रघंटा (Maa Chandraghanta) को राक्षसों की वध करने वाली देवी कहा जाता है
मां चंद्रघंटा की आरती | Chandraghanta Mata Aarti
जय चंद्रघंटा माता
जय चंद्रघंटा माता
अपने सेवक जन की
अपने सेवक जन की
शुभ फल की दाता
जय चंद्रघंटा माता
नवरात्री के तीसरे दिन
चंद्रघंटा माँ का ध्यान
मस्तक पर है अर्ध चंद्र
मंद मंद मुस्कान
जय चंद्रघंटा माता
अस्त्र शस्त्र है हाथो में ,
और खडग संग बाण ।
घंटे की शक्ति से ,
हरती दुष्टो के प्राण।।
जय चंद्रघंटा माता ।।
सिंह वाहिनी दुर्गा
चमके स्वर्ण शरीर
करती विपदा शांति
हरे भक्त की पीर
जय चंद्रघंटा माता
मधुर वाणी को बोलकर
सबको देती ज्ञान
जितने देवी देवता
सभी करे सम्मान
जय चंद्रघंटा माता
अपने शांत स्वभाव से
सबका रखती ध्यान
भव सागर में फसा हूँ
करो माता कल्याण
जय चंद्रघंटा माता
अपने सेवक जन की
अपने सेवक जन की
शुभ फल की दाता
जय चंद्रघंटा माता
अपने सेवक जन की
अपने सेवक जन की
शुभ फल की दाता
जय चंद्रघंटा माता
जय चंद्रघंटा माता