रघुवर श्री रामचन्द्र जी आरती | Aarti Shri Raghuvar Ji Ki :->भगवान राम, भगवान विष्णु के एक अवतार, का जन्म अयोध्या में कौशल्या और दशरथ के सबसे बड़े पुत्र के रूप में हुआ था। वह अयोध्या के राजा थे और उनका विवाह सीता से हुआ था, जिन्हें देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। हिंदू धर्म में, भगवान राम को ‘मर्यादा पुरुषोत्तम’ कहा जाता है, जिसका अर्थ है, सदाचार के भगवान। भगवान राम को रामायण का केंद्रीय पात्र माना जाता है – भारत के दो महान महाकाव्यों में से एक।
रघुवर श्री रामचन्द्र जी आरती | Aarti Shri Raghuvar Ji Ki
आरती कीजै श्री रघुवर जी की
सत चित आनन्द शिव सुन्दर की**
दशरथ तनय कौशल्या नन्दन
सुर मुनि रक्षक दैत्य निकन्दन**
अनुगत भक्त भक्त उर चन्दन
मर्यादा पुरुषोत्तम वर की**
निर्गुण सगुण अनूप रूप निधि
सकल लोक वन्दित विभिन्न विधि**
हरण शोक-भय दायक नव निधि
माया रहित दिव्य नर वर की**
जानकी पति सुर अधिपति जगपति
अखिल लोक पालक त्रिलोक गति**
विश्व वन्द्य अवन्ह अमित गति
एक मात्र गति सचराचर की**
शरणागत वत्सल व्रतधारी
भक्त कल्प तरुवर असुरारी**
नाम लेत जग पावनकारी
वानर सखा दीन दुख हर की**