माँ बेटियाँ क्यो पराई है | Maa Betiyan Kyou Parayi Hain lyrics :->सुंदर भजन भक्ति भावना को पढ़ाने वाला है मां की असीम कृपा और अनुकंपा का बड़े सुंदर ढंग से करते हैं
माँ बेटियाँ क्यो पराई है | Maa Betiyan Kyou Parayi Hain lyrics
मुझे माँ से गिला,
मिला यही सिला,
बेटियां क्यों पराई है,
मुझे माँ से गिला
खेली कूदी मैं जिस आँगन में,
वो भी अपना पराया सा लागे,
ऐसा दस्तूर क्यों है माँ,
जोर किसका चला इसके आगे
एक को घर दिया,
एक को वर दिया,
तेरी कैसी खुदाई है
मुझे माँ से गिला,
मिला यही सिला,
बेटियां क्यों पराई है
जो भी माँगा मैंने बाबुल से,
दिया हस के मुझे बाबुल ने,
प्यार इतना दिया है मुझको,
क्या बयां मैं करूँ अपने मुख से,
जिस घर में पली,
उस घर से ही माँ,
यह कैसी बिदाई है
मुझे माँ से गिला,
मिला यही सिला,
बेटियां क्यों पराई है
अच्छा घर सुन्दर वर देखा माँ ने,
क्षण में कर दिया उनके हवाले,
जिंदगी भर का ये है बंधन,
कहके समझाते हैं घरवाले,
देते दिल से दुआ,
खुश रहना सदा,
कैसी प्रीत निभाई है
मुझे माँ से गिला,
मिला यही सिला,
बेटियां क्यों पराई है,
मुझे माँ से गिला