कुष्मांडा माता की आरती | Khusmaanda Mata Aarti :->कूष्माण्डा जय जग सुखदानी आरती देवी कूष्माण्डा को समर्पित है। देवी कूष्माण्डा माता पार्वती के नौ अवतारों में से एक हैं और नवरात्रि के चौथे दिन उनकी पूजा की जाती है।
कुष्मांडा माता की आरती | Khusmaanda Mata Aarti
माँ आरती तेरी गाते
मैया आरती तेरी गाते
कुष्मांडा महामाया
हम तुमको ध्याते
माँ आरती तेरी गाते
हे जगदम्बे दयामयी
आदि स्वरूपा माँ
देव ऋषि मुनि ज्ञानी
गुण तेरे गाते
माँ आरती तेरी गाते
नवरात्री स्पेशल माता रानी के भजन लिरिक्स
कर ब्रहानन्द की रचना
कुष्मांडा कहलायी
वेद पुराण भवानी
सब यही बतलाते
माँ आरती तेरी गाते
सूर्य लोक निवाशिनी
तुमको कोठी प्रणाम
सम्मुख तेरे पाप और
दोष ना टिक पाते
माँ आरती तेरी गाते
अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती लिरिक्स
अष्ट भुजे महाशक्ति
सिंह वाहिनी है तू
भाव सिंधु से तारते
दर्शन जो पाते
माँ आरती तेरी गाते
अष्ट सिद्दियों नो निधियो
हाथ तेरे माता
पा जाते है सहज ही
जो तुमको ध्याते
माँ आरती तेरी गाते
जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी लिरिक्स
सस्त्र विधि से विधिवत
जो पूजन करते
आदि शक्ति जगजननी
तेरी दया पाते
माँ आरती तेरी गाते
नवदुर्गो में मैया
चौथा स्थान तेरा
चौथे नवरात्रे को
भक्त तुझे ध्याते
माँ आरती तेरी गाते
श्री दुर्गा चालीसा लिरिक्स
आधी व्याधि सब हरके
सुख समृद्धि दो
हे जगदम्बे भवानी
इतनी दया चाहते
माँ आरती तेरी गाते
कुष्मांडा जी की आरती
जो कोई गावे
कहत शिवानंद स्वामी
मनवांछित फल पावे
माँ आरती तेरी गाते
श्री दुर्गा स्तुति लिरिक्स
माँ आरती तेरी गाते
मैया आरती तेरी गाते
कुष्मांडा महामाया
हम तुमको ध्याते