चली जा रही है उम्र धीरे धीरे | Chali Ja Rahi Hai Umar Dheere Dheere Lyrics :->भगवान गुण वाचक शब्द है जिसका अर्थ गुणवान होता है। यह “भग” धातु से बना है ,भग के ६ अर्थ है:- १-ऐश्वर्य २-वीर्य ३-स्मृति ४-यश ५-ज्ञान और ६-सौम्यता जिसके पास ये ६ गुण है वह भगवान है। पाली भाषा में भगवान “भंज” धातु से बना है जिसका अर्थ हैं:- तोड़ना। जो राग,द्वेष ,और मोह के बंधनों को तोड़ चुका हो अथवा भाव में पुनः आने की आशा को भंग कर चुका हो भावनाओ से परे जहाँ सारे विचार शून्य हो जाये और वहीँ से उनकी यात्रा शुरु हो उसे भगवान कहा जाता है।
चली जा रही है उम्र धीरे धीरे | Chali Ja Rahi Hai Umar Dheere Dheere Lyrics
चली जा रही है उम्र धीरे धीरे
पल पल आठों पहर धीरे धीरे
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे
चली जा रही है उमर धीरे धीरे ||
बचपन भी जाए जवान भी जाए
बुढापा का होगा असर धीरे धीरे
चली जा रही है उमर धीरे धीरे
छोटी सी जिंदगानी चार दिन की जवानी
चली जा रही है उम्र धीरे धीरे ||
शिथल अंग होंगे सब इक दिन तुम्हारे
फिर मंद होगी नज़र धीरे धीरे
चली जा रही है उम्र धीरे धीरे
छोटी सी जिंदगानी चार दिन की जवानी ||
बुराई से मन को तू अपने हटा ले बन्दे
बन जाए तेरा जीवन धीरे धीरे
चली जा रही है उम्र धीरे धीरे ||
भजन कर हरी का तू पल पल प्यारे
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे
चली जा रही है उम्र धीरे धीरे ||