बम लहरी | Bam Lehri lyrics :->kailash kher द्वारा गया यह भाव भोलेनाथ की अद्भुत गीत व्यक्ति को सीधा भगवान शिव के साथ जोड़ती है और प्रेम की अजब सी लहर व्यक्ति के हृदय में दौड़ती है
बम लहरी | Bam Lehri lyrics
हाथ जोड़ के बोली गवरजा
हाथ जोड़ के बोली गवरजा||
तीनो लोक बसाए बस्ती में
तीनो लोक बसाए बस्ती में
आप बसे वीराने में जी
आप बसे वीराने में||
अजी राम भजो जी, राम भजो जी
राम भजो जी, राम भजो जी
शिव का वंदन किया करो
अजी शिव का वंदन किया करो जी||
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
मेरी एक सुनो, अंतर्यामी
मेरी एक सुनो, भोले स्वामी||
मैं तो दासी जनम-जनम की
मैं तो दासी जनम-जनम की
बाली उमर से भक्ति करती
बाली उमर से भक्ति करती||
तुम्हें छोड़ के कहीं ना जाऊँ
तुम्हें छोड़ के कहीं ना जाऊँ
रात दिवस तेरे चरण दबाऊँ
रात दिवस तेरे चरण दबाऊँ
तुम्हें जो छोड़ूँ तो मर जाऊँ
तुम्हें जो छोड़ूँ तो मर जाऊँ
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी
अगड़ बम बबम, बबम बम बबम
बबम बम बबम, बम लहरी||
एक सुनो ना, मेरे भोलेनाथ जी
एक सुनो ना, मेरे दीनानाथ जी||
दिनभर मैं तेरी भंग रगड़ूँगी
दिनभर मैं तेरी भंग रगड़ूँगी
भंग रगड़ूँ तेरा, रगड़ूँ धतूरा
भंग रगड़ूँ तेरा, रगड़ूँ धतूरा||
काज करूंगी तेरा पूरा
हुकम बजाऊँ तेरा पूरा
तुझे पिलाऊँ तिरग्नादिया
तुझे पिलाऊँ तिरग्नादि…
और जो बच जावे मैं पी लूँगी
जो बच जावे मैं पी लूँगी||
अमृत जान समझ पी लूँगी
अमृत जान समझ पी लूँगी||
शरण में ले लो, भोलेनाथ
मोहे अपनी बना लो, दीनानाथ जी ||