बागेश्वर धाम सरकार | Bageshwar Dham Sarkar :->दोस्तों बागेश्वर धाम बालाजी कहो स्थान है जो आजकल बहुत प्रसिद्ध हुआ है। यहां के महंत पंडित शास्त्री जी के द्वारा लोगों के मन की बात पहले ही पर्ची पर लिखकर बता देना अपने आप में ही एक बहुत बड़ा चमत्कार है। आ जाता है कि बागेश्वर धाम Bageshwar Dham की हर महीने श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। हजारों में नहीं लाखों में है। इस लेख में भर ईश्वर धाम के ऊपर संपूर्ण विवरण है।
बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले गड़ागंज में है। यह बालाजी का शंभू स्वरूप है। यहां पर सन्यासी बाबा जी ने भी बालाजी की पूजा करी थी जो कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरु थे। जो कि आपने अक्सर बागेश्वर धाम जी (Bageshwar Dham)के जयकारों में सुना भी होगा जो कि धर्मेंद्र शास्त्री जी कहते हैं।
अगर आप बालाजी सरकार यानी बागेश्वर धाम सरकार की पूर्ण जानकारी चाहते हैं और आप इस मंदिर में जाने का रास्ता ढूंढ रहे हैं तो यह लेख आपके लिए है आप संपूर्ण लेख पढ़े और आपको बागेश्वर धाम बालाजी जाने का रास्ता मिल जाएगा। कौन सा रास्ता को चयन करना ठीक रहेगा इसके बारे में भी संपूर्ण जानकारी इसमें बताई गई है?
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बागेश्वर धाम सरकार | Bageshwar Dham Sarkar
बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले गड़ागंज में है। यह बालाजी का शंभू स्वरूप है। यहां पर सन्यासी बाबा जी ने भी बालाजी की पूजा करी थी जो कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरु थे। जो कि आपने अक्सर बागेश्वर धाम जी (Bageshwar Dham)के जयकारों में सुना भी होगा जो कि धर्मेंद्र शास्त्री जी कहते हैं।
अगर आप बालाजी सरकार यानी बागेश्वर धाम सरकार की पूर्ण जानकारी चाहते हैं और आप इस मंदिर में जाने का रास्ता ढूंढ रहे हैं तो यह लेख आपके लिए है आप संपूर्ण लेख पढ़े और आपको बागेश्वर धाम बालाजी जाने का रास्ता मिल जाएगा। कौन सा रास्ता को चयन करना ठीक रहेगा इसके बारे में भी संपूर्ण जानकारी इसमें बताई गई है
दोस्तों भाग्य ईश्वर था मध्य प्रदेश का बहुत ही महत्वपूर्ण पवित्र धार्मिक स्थानों में से एक है। यह हनुमान जी का स्वयंभू स्वरूप है। यहां पर लोग आकर अपनी अर्जी लगाकर जाते हैं और शीघ्र अति शीघ्र उनकी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं।
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में है। मन की बात को पहले ही एक अपाचे पर उतार कर बता देना और उसका हल भी अपने आप में ही बालाजी की असीम अनुकंपा कृपा कृपा की धरोहर है। आप अक्सर आजकल यूट्यूब फेसबुक इंस्टाग्राम पर देखते होंगे हर तरफ बागेश्वर धाम वाली सरकार पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी ही छाए हुए हैं।
कौन है धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री?| kon hai dhirender krishan shahstri
मित्रों शास्त्री जी के खुद के वचन है कि यह बागेश्वर धाम Bageshwar Dham उनके पिता जी के पिता यानी उनके दादाजी थे जो वहां पर बैठते थे। उनके भी पूर्व में एक संत हुए तीन पीढ़ी से बागेश्वर Bageshwar बालाजी दरबार चला रहे हैं। यहां पर देश-विदेश आर्मी सभी लोग आते हैं और अपनी अर्जी लगाते हैं। और हनुमान जी की असीम कृपा का आशीर्वाद पाते हैं।
9 वर्ष की आयु में बाला जी के सानिध्य में रहकर उनके चरणों में रहकर नरेंद्र शास्त्री महाराज जी ने सेवा की। बालाजी की कृपा से जैसे उनको मार्गदर्शन हुआ गुरु जी के मार्गदर्शन के द्वारा उनके नियमों का पालन करने करते करते हैं वह आज स्थान पर पहुंच गए हैं। कि भारतवर्ष के सभी संत प्रमुख संतों में उनका नाम आ रहा है।
महाराज जी के वचन है कि वह तो पहले भी ब्राह्मण थे पहले भी वह मांग कर खाते थे अभी वह मांग कर खाते हैं। वह घर पर ही रहते हैं। नरेंद्र शास्त्री जी के दो भाई बहन हैं। और सब घर में सबसे बड़े वही हैं।
मैं पहले एक गांव में भिक्षा मांगकर परिवार चलाते थे। सत्यनारायण जी की कथा करते थे अमावस को पहुंची बांधकर परिवार चलाते थे। बटेश्वर धाम में उनके दादाजी रहते थे। पर हर प्रकार के लोगों को कृपा मिलती है। वीरेंद्र शास्त्री जी बोलते हैं कि भविष्य बालाजी की कृपा से उनका भोजन पानी घर परिवार चल रहा है।
और उनका उद्देश्य केवल जीवन भर बागेश्वर बालाजी Bageshwar Dham की सेवा करें और उसके द्वारा लोगों को भी कृपा का अनुभव करवाएं। जो कहना है कि जिसके जीवन में रामभक्ति नहीं वह जीवन भर मानव केतन से सबकुछ का अभाव है
महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की शिक्षा। Maharaj Dhirender Krishan Shahstri ki shiksha
नरेंद्र शास्त्री जी की शिक्षा दीक्षा दादा जी के चरणों में शुरू हुई थी। यहां बागेश्वर धाम अधिक रहते थे। दादा जी के भजन अनुसार सत्यनारायण कथा और रामायण की कथा गाने क्या ज्यादा जोर दिया जाता था |
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने अपनी सारी शिक्षा अपने दादा गुरु जी से ही नहीं है। 9 वर्ष की आयु से ही उनके दादा गुरु उनकी पिटाई करनी शुरू कर दी। अगर कुछ बताते हैं कि जिसकी वजह से ही आज जो हैं वह है।
दादा गुरु जी ने ही उनको सत चरण की कथा का वाचन कैसे करना है रामायण कथा का वाचन कैसे करना है वह सभी उनके दादा गुरु नहीं हमको सिखाया है? सारिक पद्धति पर जो उन्होंने एजुकेशन विद्या प्राप्त करी है तो वह उन्होंने दिए तक ही करिए उसके बाद बालाजी ने अपनी सेवा में उनको लगा लिया।
जाने संपूर्णता बागेश्वर धाम के स्थान के बारे में। Jaane Sampuranta Bageshwar dham sarakr ke sthan ke baare mein
अगर आप भी अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करना चाहते हैं और आप बागेश्वर धाम बालाजी सरकार के श्री चरणों में जाना चाहते हैं तो आपको कुछ इस प्रकार जाना पड़ेगा। जैसे कि आपको यहां से भारत के मध्य प्रदेश के 1 जिला छतरपुर में जाना पड़ेगा। वहां से कुछ 35 किलोमीटर की दूरी पर खजुराहो पन्ना रोड पर एक गंज नाम का छोटा सा कस्बा स्थित है।
वहां से आपको लगभग 3 किलोमीटर एक और बड़ा गांव जाना पड़ेगा। और गड़ा गांव में हनुमान जी महाराज का बालाजी मंदिर है। वहां पर आचार्य गुरुदेव की जिंदगी से महाराज जी लोगों की समस्या का एक पर्ची पर लिखकर दूर करते हैं और उनके सभी समाधान को दूर करके उनको सही राह दिखाते हैं।
गूगल मैप द्वारा बागेश्वर धाम स्थान । Bageshwar Dham Sthan on Google map
आप बागेश्वर धाम सरकार जाना चाहते हैं तो सबसे सरल माध्यम तो यही है कि आप गूगल मैप पर क्लिक करें वहीं से क्लिक करके उसके साथ-साथ आप रिजेक्ट लोकेशन पर पहुंच जाएंगे। उसको देखने के लिए आप नीचे दिए गए। मैप पर क्लिक कर सकते हैं और लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
किन माध्यम से आप बागेश्वर धाम पहुंचे। how to reach bageshwar dham
बागेश्वर धाम जाने के जातक दो ही रास्ते हैं एक ट्रेन दूसरी बस। अगर भक्त दूर रहते हैं तो वह हवाई जहाज की मदद से पहले मध्यप्रदेश आए आगे से वह बस या ट्रेन का सफर ले। इसमें आपको हम पूर्ण जानकारी देंगे कि अगर आप ट्रेन में आएंगे तो कैसे हैं और अब बस में आए तो कैसे हैं?
ग्राम तक ट्रेन भी चलती है। आप सीधे ट्रेन का उपयोग करके सीधा जिला छतरपुर तक आ सकते हैं। अगर आप दूर से कहीं से आ रहे हैं तो आपको तीन चार ट्रेनें बदल कर आना पड़ेगा। छतरपुर पहुंचकर आप वहां पर कोई भी प्राइवेट टैक्सी जगह गाड़ी कर सकते हैं। छतरपुर से सिर्फ और सिर्फ 33 किलोमीटर दूर खजुराहो पन्ना रोड पर ही उनका गंज नामक गांव में अंदर जाना होगा |
बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने का सही तारिका।
बागेश्वर धाम bageshwar dham के अर्जी लगाने के लिए अब घर बैठे बैठे भी लगाई जाती हैं। भक्त सिर्फ और सिर्फ में कुछ बातें हैं जो हमें नीचे लिखी है जिसको वह पढ़कर अर्जी लगा सकते हैं।
सर्वप्रथम रात को एक लाल रंग का कपड़ा लेना है और उसमें एक नारियल लपेट लेना है। नारियल को लाल कपड़े में लपेटे उस समय मन में अपनी अर्जी बोल दें और बांध है। बागेश्वर धाम का ध्यान कर कर वह नारियल को पकड़ कर अपने घर भगवान के स्थान पर रखें। उसके बाद ॐ महेश्वराय नमः का जप करें। इस प्रकार आप की अर्जी घर बैठे बैठे ही लग जाएगी।
उसके बाद यह प्रश्न है कि हमें कैसे पता चलेगा कि बागेश्वर धाम में हमारी हर जिंदगी के नहीं? अगर आप की अर्जी लग गई है तो आप उस 2 दिन चक्र स्वप्न में बंदर रूप में बालाजी दर्शन देंगे। तो आप समझ जाना कि आप की अर्जी बागेश्वर धाम में स्वीकार हो गई।
कैसे सुने बागेश्वर धाम में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी की कथा online | Bageshwar dham online katha
भक्त रेलवे शास्त्री जी द्वारा भगवान की कथा को ऑनलाइन भी सुन सकता है। यूट्यूब का माध्यम सबसे सरल माध्यम है जहां पर आप सिर्फ मात्र एक बार लिखने से आपको भविष्य धान की सभी वीडियो सामने आ जाएंगे। औरत भक्त टीवी के माध्यम से भी गणेश्वर धाम की कथा को सुन सकता है।
अगर सरलता भरी प्रधान जी महाराज की प्रतिमा चाहता हूं तो आप यूट्यूब पर जाकर सिर्फ बागेश्वर धाम Bageshwar Dham की लिखने तो आपको बहुत सी कथाएंRecommend you tube द्वारा की जाएंगी। दिल को सुनने के बाद आप अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं। T.V के माध्यम से भी बागेश्वर धाम महाराज की कथा सुन सकते हैं उसके लिए टीवी चैनल जैसे आस्था और विभक्ति मार के संशोधित चैनल वहां पर बटेश्वर धाम Bageshwar Dham महाराज कृष्ण शास्त्री जी की कथा चलती ही रहती है। संस्कार चैनल पर भी कभी-कभी इसका लाइव प्रसारण होता है।
bageshwar dham sarkar Channel Link :- https://www.youtube.com/channel/UCZMmfrbYGqSjKa4MWJHb9sQ
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निष्कर्ष।
दोस्तों भक्तों की अगर भावनाओं श्रद्धा सच्ची हो तो वह अवश्य ही भगवान को मिल जाता है। जिस प्रकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने अपनी भक्ति भाव से बालाजी के प्रिय बने हैं। उसी प्रकार आप भी भगवान के प्रिय बन सकते हैं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा तो कृपया अपने मित्र सज्जनों के साथ इसे शेयर करें धन्यवाद।
Sitaram Balaji sannyasi baba Jay ho yuy