Ashadha Gupt Navratri :->हिंदू कैलेंडर के मुताबिक पूरे वर्ष भर में 2 बार नवरात्रि आते हैं और दो बार गुप्त नवरात्रि आते हैं यानी कुल 4 बार नवरात्रों का आना देवी भक्तों के लिए वरदान साबित होता है| इसमें सभी भक्तों मां जगदंबा की पूजा आराधना करते हैं और अपनी मनवांछित इच्छाओं को पूर्ण करवाते हैं|
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आषाढ़ गुप्त नवरात्रि | Ashadha Gupt Navratri
बड़े नवरात्रों में तो मां के नौ रूपों की आराधना पूजा की जाती है लेकिन जो गुप्त नवरात्रि होते हैं उसमें भगवती की 10 महाविद्याओं का पूजन किया जाता है| गुप्त नवरात्रि दो तरह के होते हैं एक माघ मास के नवरात्र दूसरे आषाढ़ मास के नवरात्रि|
माघ मास के नवरात्रों को उत्तर भारत में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है और आषाढ़ मास के नवरात्रों को दक्षिण भारत में धूमधाम से मनाया जाता है|
जिन 10 महाविद्याओं की पूजा आराधना की जाती है गुप्त नवरात्रों में उनके नाम है मां काली ,तारा देवी ,त्रिपुरसुंदरी ,भुवनेश्वरी ,माता चिन्मस्तिका, त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती ,मां बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी |
इस वर्ष गुप्त नवरात्रि आषाढ़ मास के 9 जून 2023 दिन सोमवार से शुरू होंगे| यह नवरात्रि कुल 10 दिन तक चलेंगे यह शुक्ल पक्ष में आते हैं| इस दिन साधक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए माफी चाहते हैं | तांत्रिक अत्याधिक मां की आराधना इन दिनों में ही करते हैं मां का बीज मंत्र जो सबसे ज्यादा जपा जाता है वह है ॐ एम हरीम क्लीम चामुंडाए विच्चे
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि घटस्थापना कब करें :-
दिन सोमवार 19 जून 2023 को घट स्थापना का शुभ मुहूर्त
5:23 AM से 7:27 AM
आषाढ़ मास नवरात्रि आरंभ और समाप्ति तिथि :-
नवरात्रि आरंभ : सोमवार, 19 जून 2023
नवरात्रि समाप्ति : बुधवार, 28 जून 2023
गुप्त नवरात्रि 2023 अष्टमी कब है
मां बगलामुखी– > 26 जून 2023, रविवार
गुप्त नवरात्रों में किन 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है
मां काली ,तारा देवी ,त्रिपुरसुंदरी ,भुवनेश्वरी ,माता चिन्मस्तिका, त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती ,मां बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी |
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