ऐसी लागी लगन | Aisi lagi lagan lyrics –> इस भजन में सुन्दर पंक्तियों में मीरा जी लगन का वर्णन किया है की ऐसी दुर्लभ लगन उनको लागी थी की वह हर जगह कृष्णा जी को हे पाती थी ! की गली गली वह कृष्ण जी को धुंडीती फिरते थी ! यह भजन अनूप जलोटा जी द्वारा गायन किया है
ऐसी लागी लगन | Aisi lagi lagan lyrics
ऐसी लागि लगन
ऐसी लागि लगन
ऐसी लागि लगन
ऐसी लागि लगन
ऐसी लागि लगन मीरा हो गयी मगन
ऐसी लागि लगन मीरा हो गयी मगन
वो तो गली-गली हरी गुण गाने लगी
ऐसी लागि लगन मीरा हो गयी मगन
ऐसी लागि लगन मीरा हो गयी मगन
वो तो गली-गली हरी गुण गाने लगी
महलो में पली बनके जोगन चली
महलो में पली बनके जोगन चली
मीरा रानी दीवानी काहाने लागि
ऐसी लागि लगन मीरा हो गयी मगन
वो तो गली-गली हरी गुण गाने लगी
ऐसी लागि लगन
कोई रोके नहीं, कोई टोके नहीं
मीरा गोविंद गोपाल गाने लगी
कोई रोके नहीं, कोई टोके नहीं
मीरा गोविंद गोपाल गाने लगी
बैठी संतों के संग
रंगी मोहन के रंग
मीरा प्रेमी प्रीतम को मनाने लगी
बैठी संतों के संग
रंगी मोहन के रंग
मीरा प्रेमी प्रीतम को मनाने लगी
वो तो गली-गली हरी गुण गाने लगी
महलो में पली बनके जोगन चली
बनके जोगन चली
बनके जोगन चली
बनके जोगन चली
बनके जोगन चली
बनके जोगन चली
बनके जोगन चली
बनके जोगन चली
बनके जोगन चली
बनके जोगन चली
बनके जोगन चली
महलो में पली बनके जोगन चली
मीरा रानी दीवानी काहाने लागि
ऐसी लागि लगन मीरा हो गयी मगन
शब्दों की और विशेष ध्यान दें
राणा ने विष दिया मानो अमृत पिया
राणा ने विष दिया मानो अमृत पिया
मीरा सागर में सरिता समाने लगी
दुख लाखो सहे मुख से गोविंद कहे
मीरा गोविंद गोपाल गाने लगी
वो तो गली-गली हरी गुण गाने लगी
महलो मे पली बनके जोगन चली
मीरा रानी दीवानी काहाने लगी
ऐसी लागि लगन मीरा हो गयी मगन
ऐसी लागि लगन मीरा हो गयी मगन
ऐसी लागि लगन मीरा हो गयी