आज का विचार | Aaj ka vichar :->यह हर रोज आपके समक्ष आज का विचार विभिन्न विभिन्न ग्रंथों में से उठाकर आपके समक्ष रखा जाएगा चाहे वह प्राणुत्र मानस हो चाहे गीता महारानी जय रामायण जन अन्य ग्रंथ है |
प्राण उपनिषदों से लेकर यह विचार आपके समक्ष रखा जाए कृपा आप इसे ध्यान से पढ़ें और इसको अपने जीवन में धारण करने का प्रयास करें क्योंकि यह ग्रंथों के मुताबिक बताया गया रास्ता यह आपके जीवन की राह को सही दिशा देगा
आज का विचार | Aaj ka vichar
ऐश्वर्यस्य विभूषणं सुजनता शौर्यस्य वाक्संयमो
ज्ञानस्योपशम: श्रुतस्य विनयो वित्तस्य पात्रे व्यय:।
अक्रोधस्तपसः क्षमा प्रभवितुर्धर्मस्य निर्व्याजता
सर्वेषामपि सर्वकारणमिदं शीलं परं भूषणम्।।
भावार्थ:–
ऐश्वर्य का आभूषण सज्जनता, शूरता का वाणी पर संयम रखना, ज्ञान का शान्ति भाव, वेदशास्त्र के ज्ञान का नम्रता, धन का सत्पात्र में व्यय करना, तपश्चरण का क्रोध न होना, सामर्थ्यवान् का सहिष्णुता और धर्म का आभूषण निष्कपट होता है किन्तु इन समस्त गुणों का कारणभूत शील सबका श्रेष्ठ आभूषण है।