दोस्तों सोमवती अमावस्या का स्थान सबसे बड़ी अमावस्या का है यह वह दिन है जिस दिन व्यक्ति अपने हर प्रकार के दो से निवृत हो सकता है | खास तौर पर जो भी भक्त पित्र दोष से पीड़ित हैं उनके लिए यह दिन अति लाभकारी सिद्ध होगा | पर इसके लिए भी हमको आपको यह पहले देखना होगा | कि इस समय में हम क्या करें यानी कि शुभ मुहूर्त | शुभ मुहूर्त पर ही काम करने से उसका सुपर मिलता है|
महाशिवरात्रि के पर्व के बाद जय अमावस्या 20 फरवरी 2023 को आ रही है यह फाल्गुन माह में आती है | इस दिन पितरों की शांति के लिए पूजा अनुष्ठान किए जाते हैं गंगा स्नान किया जाता है दान दक्षिणा भी जाती है| भगवान विष्णु और भगवान भोलेनाथ की आराधना करी जाती है पितरों की शांति के लिए दिया जाता है नदी में स्नान करने के बाद सूर्य को जल चढ़ा कर जानी यानी आज देखकर पितरों को शांति नहीं जाती है |
सोमवती अमावस्या 2023 का शुभ मुहूर्त
फाल्गुन कृष्ण पक्ष अमावस्या प्रणाम :-19 Feb /4:48pm
फाल्गुन कृष्ण पक्ष अमावस्या समाप्त :- 20 feb /12:35 pm
पित्र खुश करने के लिए कौन-कौन से उपाय करें
* उदाहरण आप आए तो यह है कि इस दिन अत्याधिक दान पितरों के नाम का दिया जाए|
* गाय को चारा अथवा रोटी खिलाई है|
* कौवे को रोटी खिलाई जाए अथवा पनीर खिलाना अति शुभ होगा|
* गंगा अथवा पवित्र नदियों में स्नान कर कर सूर्यदेव को अर्घ्य दे|
* काले तिल भगवान शिव के शिवलिंग पर चढ़ाएं|
* ब्राह्मण को दान दक्षिणा दे अपनी समस्या के अनुसार|
* प्रभु की नाम जप करें और उसका और उसका फल अपने पुत्र को दें |
* गीता के 8 अध्याय का पाठ जल का तर्पण कर कर पितरों के नाम का धरती पर छोड़े|
* अपने बड़ों की सेवा करें कहना माने |
इन सब उपायों से अब समय में किए गए उपायों से होगा आपको अत्यधिक लाभ कृपया इसे कन्याओं के साथ भी शेयर करें