श्रीमद्भगवद्गीता | Shrimad Bhagwat Geeta Arjun Visada Yog :->यह अध्याय गीता जी में भगवान कृष्ण ने अर्जुन के समक्ष कहा था
श्रीमद्भगवद्गीता | Shrimad Bhagwat Geeta: Arjun Visada Yog
अयनेषु च सर्वेषु यथाभागमवस्थिताः ।
भीष्ममेवाभिरक्षन्तु भवन्तः सर्व एव हि ॥
भावार्थ : इसलिए सब मोर्चों पर अपनी-अपनी जगह स्थित रहते हुए आप लोग सभी निःसंदेह भीष्म पितामह की ही सब ओर से रक्षा करें।