राम नाम सर्वश्रेष्ठ क्यों है :- > राम नाम का अर्थ रामायण के अनुभव और नारद पुराण के अनुसर क्या होता है? वो इस वीडियो में बताया हुआ है, सनातन धर्म के इष्ट भगवान राम के नाम में इतनी शक्ति क्यू है वो मैंने शास्त्रो के प्रमाणो के साथ इसमे बताया हुआ है।
राम नाम सर्वश्रेष्ठ क्यों है
कहां गया है? राम से बड़ा राम का नाम। मारी ऋषि मुनि विद्वान सब राम का नाम जपने का परामर्श देते हैं|
गोस्वामी तुलसीदास जी ओमकार रूप राम नाम की वंदना करते हैं। जो वेद का प्राण है। राम-राम ही भरपूर प्रशंसा हो उन्होंने ही की है। जिस नाम को भगवान शिव जी सकते हैं। और काशी में राम नाम के प्रताप से मुक्ति देते हैं। राम नाम की महिमा गाते हैं। तुलसी का सारा दर्शन काल आधारित है। नाम जपने से बाल्मीकि को ब्रह्म पद की पदवी प्राप्त होती है।
राम नाम का स्मरण करके से गणपति पहले पूजे जाते हैं। जब पिता ने गोल में ना बैठने दिया तब जरूर जी रुष्ट हो गए। राम नाम जपने से उन्होंने उत्तम स्थान पाया। प्रह्लाद पर परमात्मा की कृपा हुई।
कलयुग में राम नाम महिमा श्रेष्ठ है। तुलसीदास जी लिखते हैं कि राम ने एक अहिल्या का उद्धार किया। आज उनके नाम से कितनी कुमति सुधर गई। राम ने एक ही शिव धनुष तोड़ा है। जबकि उसके नाम से कितने अहंकार रूपी धनुष टूट गए। राम ने सेतु बांधा। उसके नाम से कितने जी भवसागर से पार उतर गए। राम ने रावण को मारा।
राम नाम ने कितने साधकों के विकार रूपी दलों का नाश किया। राम ने रामराज्य स्थापित किया। उनके भक्तों ने अपने हृदय में राम राज्य स्थापित किया है। कलयुग में सत्य का आचरण और राम का स्मरण करने से ही बड़ी दुनिया में कोई चीज नहीं है। जो उसे पराजित कर सके। इसलिए शब्द गण राम नाम का आश्रय लेते हैं और परामर्श देते हैं।