मेरे बांके बिहारी लाल | Mere Banke Bihari Lal Lyrics :->श्री विनोद अग्रवाल (गुरुजी) के शिष्य निकुंज कामरा, दिल्ली में स्थित एक भजन गायक हैं। वह पांच साल की छोटी उम्र से ही भजन गा रही हैं। यह सब सर्वशक्तिमान और दिव्य संतों के सत्संग के बिना शर्त प्यार और आशीर्वाद का परिणाम है कि वह जहां भी जाती है, अपनी छाप छोड़ने में सक्षम होती है।
मेरे बांके बिहारी लाल | Mere Banke Bihari Lal Lyrics
मेरे बांके बिहारी लाल तू इतना न करियो श्रृंगार, नज़र तोहे लग जाएगी!!
तेरी सुरतिया पे मन मोरा अटका।
प्यारा लागे तेरा पीला पटका।
तेरी टेढ़ी मेढ़ी चाल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार,
नजर तोहे लग जाएगी॥
॥ मेरे बांके बिहारी लाल…॥
तेरी मुरलिया पे मन मेरा अटका।
प्यारा लागे तेरा नीला पटका।
तेरे गुंगार वाले बाल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार,
नजर तोहे लग जाएगी॥
॥ मेरे बांके बिहारी लाल…॥
तेरी कमरिया पे मन मोरा अटका।
प्यारा लागे तेरा काला पटका।
तेरे गल में वैजयंती माल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार,
नजर तोहे लग जाएगी॥
॥ मेरे बांके बिहारी लाल…॥
मेरे बांके बिहारी लाल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार,
नजर तोहे लग जाएगी।
Mujhe ye Bajan sikhana h or gana bi h .