मैं तो शिव ही शिव को ध्याऊँ | Me to shiv hi shiv ko dhyau lyrics :–>यह एक shiv भजन है। इसके सुनने से भगवान के प्रति भक्ति उत्पन्न होती है। रोजाना भगवान की इस प्रार्थना को सुनने से जीवन में शांति, संतुष्टि और खुशी मिलती है।
मैं तो शिव ही शिव को ध्याऊँ | Me to shiv hi shiv ko dhyau lyrics
मैं तो शिव ही शिव को ध्याऊँ
जल से स्नान कराऊँ
मैं तो चावल चंदन चढ़ाऊँ
मैं तो चावल चंदन चढ़ाऊँ
और आक धतूरा ल्याऊँ
मैं तो शिव ही शिव को ध्याऊं
जल से स्नान कराऊँ ॥
मैं तो जलधारा बरसाऊँ
मैं तो जलधारा बरसाऊँ
और अगड़बंब मुख गाऊँ
और अगड़बंब मुख गाऊँ
मैं तो शिव ही शिव को ध्याऊं
जल से स्नान कराऊँ ॥
तब प्रसन्न भए शिव राजा
तब प्रसन्न भए शिव राजा
वर माँगो सारू काजा
वर माँगो सारू काजा ॥
मोको और कछु ना चाहिए
श्री राधा कृष्ण मिलइये
मोको और कछु ना चाहिए
श्री राधा कृष्ण मिलइये ॥
धन नरसी बुद्धि तिहारी
धन नरसी बुद्धि तिहारी
ते तो वर मांग्यो अति भारी
ते तो वर मांग्यो अति भारी ॥
अस बुद्धि और को पावे
अस बुद्धि और को पावे
हरि भक्तन को हरि भावे
मोको और कछु ना चाहिए
श्री राधा कृष्ण मिलइये
मोको और कछु ना चाहिए
श्री राधा कृष्ण मिलइये ॥
मैं तो शिव ही शिव को ध्याऊँ
जल से स्नान कराऊँ
मैं तो चावल चंदन चढाऊँ
और आक धतूरा ल्याऊँ
मैं तो शिव ही शिव को ध्याऊं
जल से स्नान कराऊँ ॥