Bhari Unki Ankho Mein Hai Kitni Karuna Lyrics :->यह सूंदर भजन पूज्य प्रेम भूषण जी महाराज द्वारा गायन किया गया |यह सूंदर भजन भक्ति भाव को बडहने वाला |
Bhari Unki Ankho Mein Hai Kitni Karuna Lyrics |भरी उनकी आँखों में है कितनी करुणा | पूज्य प्रेम भूषण जी महाराज
भरी उनकी आँखों में है, कितनी करुणा
जाकर सुदामा भिखारी से पूछो
है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
कृपा कितनी करते हैं शरणागतों पे
कृपा कितनी करते हैं शरणागतों पे
बता सकते हैं यदि, बता सकते हैं यदि
बता सकते हैं यदि, मिलेंगे विभीषण
पतितों को पावन, वो कैसे बनाते
जटायु सरिस, माँसाहारी से पूछो
है ,करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
प्रभु कैसे सुनते हैं, दुखियों की आहें
तुम्हें ज्ञात हो राजा, बलि की कहानी
निराधार का कौन, आधार है जग में
ये प्रश्न द्रुपद दुलारी से पूछो
है ,करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
छ्मा शीलता उनमें, कितनी भरी है
बताएँगे भृगुजी, वो सब जानते हैं
हृदय उनका भावों का, है कितना भूंखा
विदुर सबरी से, बारी बारी से पूछो
है, करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो||