हरि हरि हरि सुमिरन करो | Hari Hari Hari Sumiran Karo lyrics — ->अद्भुत हरि नाम कीर्तन भक्तों को अपने प्रभु के प्रति का आसक्ति शक्ति प्रदान करता है। भक्त इस सुमिरन को सुनने के बाद आनंद विभोर होकर प्रभु के चरणों में लीन हो जाता है। जय हरि कीर्तन श्रद्धा भाव को बढ़ाने वाला है।
हरि हरि हरि सुमिरन करो | Hari Hari Hari Sumiran Karo lyrics
हरि हरि, हरि हरि, सुमिरन करो,
हरि चरणारविन्द उर धरो 🙏
हरे राम हरे राम रामा रामा हरे हरे
हरे कृष्णा करे कृष्णा कृष्णा कृष्णा हरे हरे🙏
हरि की कथा होये जब जहाँ,
गंगा हू चलि आवे तहाँ
हरि हरि, हरि हरि, सुमिरन करो👍🙏
यमुना सिंधु सरस्वती आवे,
गोदावरी विलम्ब न लावे 🙏
सर्व तीर्थ को वासा वहां,
सूर हरि कथा होवे जहाँ
हरि हरि, हरि हरि, सुमिरन करो🙏