हनुमान जयंती 2023 6 अप्रैल को आ रही हैं हनुमान जी और शनि देव में आपस में एक कनेक्शन भी है | एक बार क्या हुआ कि हनुमान जी ने रावण की लंका में आग लगा दी जब आग लगी तो पूरे लंका आग से झुलस रही थी तो उसी वक्त हनुमान जी की नजर है शनि भगवान पर पड़ी जो कि राशियों के साथ बंधे हुए थे |
हनुमान जी ने उनको उन प्रश्नों के फंदे से छुड़ाया और उनकी जो त्वचा जलने के कारण जल गई थी वहां पर उन्होंने तेल लगाया | इस भाग को देखकर शनिदेव बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने हनुमान जी को भर दिया कि जो भी व्यक्ति कलयुग में किसी भी काल में तुम्हारी पूजा करेगा यानी हनुमान जी की पूजा करेगा उस पर शनि दशा कभी भी नहीं लगेगी उसको कभी भी शनि का दुष्प्रभाव सेना नहीं पड़ेगा |
इसी प्रकार से दोस्तों 12 साल बाद यह योग बन रहा है जब हनुमान जयंती शुक्ल पक्ष के चैत्र मास की पूर्णिमा वाले दिन आ रही है इस दिन शुभ मुहूर्त पूजा करने का सुबह 6:15 से लेकर 7:45 के बीच में है|
आप भी हनुमान जी के समक्ष पाठ के हनुमान चालीसा का पाठ करें बजरंग बाण का पाठ करें राम नाम का जप करें उनके समक्ष दीप प्रज्वलित करें जी का तिल के तेल का सरसों के तेल का उसके बाद हनुमान जी को नवेद पुष्पा जनेऊ चौड़ा अर्पण करें | फिर धूप दीप अर्पण करने के बाद हनुमान जी के श्री चरणों में पुष्प अर्पण करें अपनी मनोकामनाएं बोलकर हनुमान जी को जय श्री राम का गोश्त करते हुए उनकी आज्ञा लेकर अपने घर को प्रस्थान करें और सभी के समक्ष प्रसाद बांध दिखाएं|
हो सके शनि दशा वाले व्यक्ति को इस दिन हनुमान जी के मंदिर में पुस्तकें अवश्य करनी चाहिए हनुमान जी के मंदिर में झाड़ू बस लगाएं और अपने आसपास की सफाई रखें|