Guru purnima speech in hindi :-> Jai gurudev
Guru purnima speech in hindi
प्रिय सभी सुनने वालों,
आज मैं यहाँ आपके सामने गुरु पूर्णिमा के विषय में बात करने के लिए खड़ी हूँ। गुरु पूर्णिमा एक ऐतिहासिक पर्व है जो हमारे गुरुओं के प्रति हमारी श्रद्धांजलि और आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है। यह पर्व हर साल आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है और यह हिन्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण होता है।
गुरु पूर्णिमा का अर्थ होता है गुरु की पूजा का दिन। हमारे जीवन में गुरु का महत्व कितना अध्यात्मिक दृष्टिकोण से होता है, इसका हमें अच्छे से अनुभव होता है। गुरु हमारे जीवन के मार्गदर्शक होते हैं, जो हमें सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद करते हैं।
गुरु का अर्थ होता है जो ज्ञान का साक्षात् रूप होते हैं। हमारे जीवन में गुरु वो होते हैं जो हमें ज्ञान की दिशा में प्रेरित करते हैं, हमें विचार करने की क्षमता प्रदान करते हैं और हमें सही और गलत के बीच अंतर का ज्ञान देते हैं। गुरु के बिना जीवन अधूरा होता है, उनके दिशा-निर्देशन में ही हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति कर सकते हैं।
गुरु पूर्णिमा का यह संदेश देता है कि हमें अपने गुरुओं के प्रति आभारी और समर्पित रहना चाहिए। हमें उनके मार्गदर्शन में चलने की प्रतिज्ञा करनी चाहिए और उनके दिए गए ज्ञान को अपने जीवन में अंतर्निहित करने का प्रयास करना चाहिए।
इस गुरु पूर्णिमा पर हमें यह सोचकर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि कैसे हम अपने गुरुओं के दिए गए ज्ञान को अपने जीवन में उतार सकते हैं। हमें उनकी उपदेशों का आदर करके उनका सम्मान करना चाहिए और उनके आदर्शों का पालन करने की कोशिश करनी चाहिए।
इस अवसर पर, मैं आप सभी से यह अनुरोध करती हूँ कि हम अपने गुरुओं के प्रति आभारी रहें, उनकी सिख में ध्यान दें और उनके मार्गदर्शन में ही अपने जीवन को अग्रसर करें।
धन्यवाद।