भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र एक खास स्थान रखता है | माना जाता है कि एक शिवलिंग तर्पण करने से व्यक्ति के पिछले तीन जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं | बेलपत्र वृक्ष पर बेलपत्र यह एक भगवान शिव के भक्तों के लिए वरदान है |
श्रद्धालुओं की हार्दिक शाह को पूर्ण करने वाला यह वृक्ष को आप जानते हैं किस तरह भगवान के शिवलिंग पर इसको पढ़ पढ़ कर आ जाता है तो आइए जानते हैं कृपया इसे पूरा पढ़ें|
इस मंत्र का प्रयोग अवश्य करें जब वह शिवलिंग के अर्पण करेंगे |
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं त्रयायुधम्।
त्रिजन्म पापसंहारंमेकबिल्वंशिवार्पणम।।
बिल्वपत्र कैसे चढ़ायें –
1- बेलपत्र उल्टा करके ही चढ़ाना चाहिए |
2- अपने आप में ही भगवान शिव का स्वरूप है इसका खंडित कहकर निरादर करना बहुत बड़ा पाप है बड़े-बड़े तीन स्थानों पर बेलपत्र को चुरा बनाकर भी चढ़ाया जाता है तो कृपया इस बात का ध्यान रखें
3- जिस बेलपत्र के 5 पत्ते होते हैं यदि भाग्यशाली होता है क्योंकि वह पंचदेव और पंचमुखी भगवान शिव का प्रतीक होता है उसे कहने से अत्यंत लाभ मिलता है
4- बिल्वपत्र चढ़ाने से तीन जन्मों तक पाप नष्ट हो जाते हैं।
5:-पतियों पर राम नाम लिखने से चढ़ाकर भगवान शिव से ज्यादा प्रसन्न होते हैं
6:- दोस्तों बेलपत्र के ऊपर 108 बिंदी लगाकर कुमकुम के चंदन के साथ अथवा पीले चंदन के साथ लगाकर शिवलिंग पर चढ़ाने से पित्र शांति अथवा सुख समृद्धि आती है
7 : भगवान शिव के शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते समय श्री शिव बिल्वाष्टकम स्तोत्र का पाठ करने से बेलपत्र चढ़ाने का फल दुगना हो जाता है
कृपया दोस्तों इसे आज महाशिवरात्रि के पर्व पर आप भी करें और अन्य के साथ भी इसको शेयर करें