आज का विचार | Aaj ka vichar 16-02-2023 :->यह हर रोज आपके समक्ष आज का विचार विभिन्न विभिन्न ग्रंथों में से उठाकर आपके समक्ष रखा जाएगा चाहे वह प्राणुत्र मानस हो चाहे गीता महारानी जय रामायण जन अन्य ग्रंथ है |
Aaj ka vichar 16-02-2023
दुर्जनः परिहर्तव्यो विद्यालङ्कृतोऽपि सन्।
मणिनाभूषितः सर्पः किमसौ न भयंकरः।।
भावार्थ:–
विद्या से विभूषित होने पर भी दुर्जन त्याग करने योग्य है।
मणि से अलङ्कृत होने पर भी वह सर्प क्या भयंकर नहीं होता है अर्थात् अवश्य होता है।