Skip to content
Home » Mangal Ki Sewa Sun Meri Deva lyrics

Mangal Ki Sewa Sun Meri Deva lyrics

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा | Mangal Ki Sewa Sun Meri Deva lyrics :->यह सुंदर भजन माता काली गुरु जाने के लिए सक्षम है |  इसे सुनने मात्र से सभी अमंगल  का नाश हो जाता है इस भजन को अनुराधा पौडवाल जी ने गायन किया है|

Devi Bhajan: Mahakali Aarti..Mangal Ki Sewa
Singer: ANURADHA PAUDWAL
Lyricist: Traditional
Album: Aarti Vol.6
Music Label: T-Series

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा | Mangal Ki Sewa Sun Meri Deva lyrics

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा
हाथ जोड तेरे द्वार खडे
पान सुपारी ध्वजा नारियल
ले ज्वाला तेरी भेट धरे **
सुन जगदम्बे न कर विलम्बे
संतन के भडांर भरे
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली
जय काली कल्याण करे **

बुद्धि विधाता तू जग माता
मेरा कारज सिद्व करे
चरण कमल का लिया आसरा
शरण तुम्हारी आन पडे **
जब-जब भीड पडी भक्तन पर
तब-तब आप सहाय करे
संतन प्रतिपाली सदा खुशाली
जय काली कल्याण करे **

गुरु के वार सकल जग मोहयो
तरुणी रूप अनूप धरे
माता होकर पुत्र खिलावे
कही भार्या भोग करे **
शुक्र सुखदाई सदा सहाई
संत खडे जयकार करे
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली
जै काली कल्याण करे **

ब्रह्मा विष्णु महेश फल लिये
भेट देन तेरे द्वार खडे
अटल सिहांसन बैठी मेरी माता
सिर सोने का छत्र फिरे **
वार शनिचर कुमकुम बरणो
जब लुंकड़ पर हुकुम करे
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशाली
जै काली कल्याण करे **

खड्ग खप्पर त्रिशुल हाथ लिये
रक्त बीज को भस्म करे
शुम्भ-निशुम्भ को क्षण में मारे
महिषासुर को पकड दले **
आदित वारी आदि भवानी
जन अपने को कष्ट हरे
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली
जै काली कल्याण करे **

कुपित होकर दानव मारे
चण्ड-मुण्ड सब चूर करे
जब तुम देखी दया रूप हो
पल में सकंट दूर करे **
सौम्य स्वभाव धरयो मेरी माता
जन की अर्ज कबूल करे
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली
जै काली कल्याण करे **

सात बार की महिमा बणनी
सब गुण कौन बखान करे
सिंह पीठ पर चढी भवानी
अटल भवन में राज्य करे **
दर्शन पावे मंगल गावे
सिद्ध साधक तेरी भेट धरे
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली
जै काली कल्याण करे **

ब्रह्मा वेद पढे तेरे द्वारे
शिव शंकर हरी ध्यान धरे
इन्द्र कृष्ण तेरी करे आरती
चंवर कुबेर डुलाय रहे **
जय जननी जय मातु भवानी
अटल भवन में राज्य करे
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली
जय काली कल्याण करे **

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा
हाथ जोड तेरे द्वार खडे
पान सुपारी ध्वजा नारियल
ले ज्वाला तेरी भेट धरे **

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा
हाथ जोड तेरे द्वार खडे
पान सुपारी ध्वजा नारियल
ले ज्वाला तेरी भेट धरे **

Read also

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!