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शिवलिंग पर कौनसी वास्तु अर्पण करने से क्या लाभ

शिवलिंग_पर_कौनसी_वास्तु _अर्पण_करने_से_क्या_लाभ

शिवलिंग पर कोनसी वास्तु अर्पण करने से क्या लाभ ? :->भगवन भोलेनाथ सबसे जल्दी पर्सन होना वाले देव है इस लिया इनको महादेव के नाम से व् जाना जाता है | बाबा वैसे तो जल मात्र से हे पर्सन हो जाते है बीएस भक्त भाव और पराम् सच्चा होना चाहिए |परन्तु शाश्त्रो के हिसाब से कुछ ऐसे वास्तु है जिनको भगवान शिव अर्पण करने के दुर्लभ फल प्राप्ति होती है | आइए पड़ते है |

शिवलिंग पर कौनसी वास्तु अर्पण करने से क्या लाभ

दूध

दूध चढ़ाने से हमें पुत्र प्राप्ति व् होती है और रोगो से भी शांति मिलती है |पर शर्ते दूध गाये का होना चाहिए | कृपा पैकेट वाला दूध चडाहने से बचे | वैसे शिवपुराण कहते है की दूध वही अर्पण करे जो गाये के बछड़े के दूध पीने से पहले दूध लिया हो |पर लेकिन आजकल के दोर्र में असंभव है इस लिया आप जो प्राप्त क्र सकते वही सच्चे मन से अर्पण करे | बस वह गाये का दूध होना चाहिए |

घी

घी से अभिषेक करने से बंश का बिस्तार होता है |बस शर्ते घी शुद्ध होना चाहिए और गाये का होना चाहिए |गाये के शुद्ध देसी घी से शरीरिक दुर्लब्ता व् दूर होती है |

चावल

शिवलिंग पर भक्तो दुवारा चावल चडाहने से धन सम्पति प्राप्त होती है उनके भंडारे सदाह भरे रहते है |पर शर्ते की चावल सावत होना चाहिए |

सरसो का तेल

सरसो के तेल को अर्पण करने से रोगो का नाश होता है | भक्त आरोग्यता प्राप्त करता है |जिसके कारन वह सुखी जीवन वितीत करता है |

गने का रस

गने के रस से अभिषेक करने भक्त को माता लक्ष्मी की प्राप्ति होती है वह सारा शान वैभव प् जाता है

तिल चडाहने से

तिल चढ़ने से समस्त पापो का नाश होता है जन्मो जन्मांतरों के पाप का सर्वनाश होता है | और गृह व् शांत रहते है |

शहद

शिवलिंग पर शहद अर्पण करने से मधुमेह और टीवी आधी रोगो का नाश होता है और पापो का व् षेह होता है |

जल

जल से अभिषेक करने से भगवान भोलेनाथ की कृपा सदैव बने रहती है और तेज़ से तेज़ बुखार आपको हो जा आपके घेर में किसे व् व्यक्ति को है वह ठीक होना लगता है मात्र जल के अभिषेक से |

जौ

शिवलिंग पर जौ को अर्पण करने से समस्त सुख प्राप्ति होती है |

गेहू

गेहू अर्पण करने से संतान सदैव सही दिशा में रहती है |

फल

फल पूजा करने आखिर में चढ़ाये जाते है शाश्त्रो के मुताबिक यजमान जब व् फल चढ़ाये वह आखिर में अपनी मनोकामना मैं बोल क्र अर्पण करे |

इत्र

इत्र शिवलिंग पर लगाने से व्यक्ति का विवाहिक जीवन खुशाल रहता और प्रेम बनह रहता है | अगर शुक्र ग्रह के सम्बंदित किसे को को भी समस्या है वह भी दूर हो जाती है |

वेलपत्र

माना जाता है 1 वेलपत्र अर्पण करने से ३ लोका के पापो का नाश होता है | और बाबा के प्रिय बनते हो |भगवान शिव की सबसे प्रिय वेलपत्री अगर हम बाबा के शिवलिंग अर्पण करते है तोह आप पर बाबा की विशेष कृपा बरसाती है माना जाता एक वेलपत्री अर्पण करने तीन जन्मो के पाप नाश होते है |बाबा को वेलपत्री इतनी प्रिय है की इसके बिना बाबा की पूजा अधूरी मने जाती है|

शमी :

शमी के पते बाबा को अति प्रिय है माना जाता है एक शमी का पात्र १००० वेलपत्री के बराबर होते है |

प्रदिक्षणा :

शिवलिंग की सदैव अदि प्रदिक्षणा की जाती है | जाने जलधारी की एक सिरा से आरम्भ करे दूसरे सिरा से वापिस अये|

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क्या न चढ़ाये शिवलिंग पर :

केतकी की पुष्प : सावधान रहे केतकी की पुष्प महादेव की पूजा में वर्जित है क्युकी बाबा ने इस को श्राप दिया था |

हल्दी : हल्दी बाबा को नहीं चढ़ाने चाहिए |क्युकी शिव एक पुरष तत्व है |

तुलसी :तुलसी व् बाबा की पूजा में शामिल नहीं की जाती|

रोली :रोली व् बाबा को नहीं चढ़ाये जाती |

ध्यान दे :जो व् चीज़ इस में से अप्प अर्पण करे आपकी इच्छा अनुसार पर एक बात का ध्यान रखे की वह है की आप जब अर्पण करे

“ॐ नमः शिवाय ” उच्चारण साथ साथ अवश्य करे |

निष्कर्ष :

अंततः सच बात तो यह है की बाबा भोलेनाथ कहा जाता है वह तो केवल प्यार से पुकारने से व् खुश हो जाते है


सांसरिक सुख क़े लिया हमें शहस्त्रो ने ये बता दिया लेकिन अगर बाबा को प्राप्त करना है तो सिर्फ और सिर्फ भगवान शिव से सच्चे मन से प्रेम करो ,उनके प्रति श्राद्ध भाव और निष्ठा रखो और हाँ सबसे जरुरी बात विश्वास रखो भगवान वही होते है जहाँ विश्वास होता है |

बुरा कर्म ,बुरा विचार को तियाग दो इंद्रियों को नियंत्रण रखो | और हर एक जीव को शिव का हे अंश समझो |
हर हर महादेव
ॐ नमः शिवाय

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