Trayodashi Vrat kaise kab mnayea jayega :-> त्रयोदशी व्रत हर महीने में दो बार आता है एक बार कृष्ण पक्ष के एक बार शुक्ल पक्ष |
Trayodashi Vrat kaise kab mnayea jayega
इसको छोटी शिवरात्रि भी बोलते हैं यह अमावस्या से एक-दो दिन पहले आता है| इस महीने यानी अप्रैल में इस बात रूद्र शिव व्रत शनि अमावस्या से 1 दिन पहले आ रहा है| यह अपने आप में ही बहुत बड़ा संयोग है|
इस दिन भक्त अपनी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती का व्रत करते हैं| और उनकी पूजा अनेक अनेक तरीकों से करते हैं| जैसे कि उनके शिवलिंग पर बिल्वादि पत्र को अर्पण कर कर भांग धतूरा अर्पण कर कर दूध चीनी खंड 50 को अर्पण करके भक्त अपनी मनोकामना के हिसाब से अपनी प्रस्तुतियों के हिसाब से अर्पण कर कर भगवान भोलेनाथ कोरी जाते हैं |
और अपनी मनोकामना जिस दिन आता है तो उस दिन से उसको बुलाया जाता है जैसे कि अगर मंगलवार को आ रहा है तो मंगल त्रयोदशी व्रत | जिन भक्तों को भगवान भोलेनाथ का भजन कीर्तन करना चाहिए और अपने बड़ों का आशीर्वाद लेकर बर्थ के नियमों का पालन करना चाहिए और भगवान शिव के माता पार्वती के गुण गाने चाहिए |