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शिव तो ठहरे सन्यासी | Shiv To Thehre Sanyasi lyrics

शिव तो ठहरे सन्यासी | Shiv To Thehre Sanyasi lyrics :->यह सुंदर shiv bhajan भक्ति भावना को बढ़ाने वाला है | यह भजन भगवान के श्री चरणों के प्रति preeti पैदा करने के लिए  है| कृपया ऐसे भजन के अपने  अपने परिवार और अपने दोस्तों के साथ शेयर करें धन्यवाद|

शिव तो ठहरे सन्यासी | Shiv To Thehre Sanyasi lyrics

शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी
भोला योगी संग कैसे
अरे जिंदगी बिताओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी

ऊँचे ऊँचे पर्वत पर
शिव जी का डेरा है
नंदी कि सवारी गौरा
कैसे कर पाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी||

आगे ना कोई पीछे
गौरा तेरे दुल्हे के
दिलवाला हाल गौरा
अरे किसको सुनाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी |||

महलो में पली गौरा
राम दुलारी बनकर
शिव जी को भंग घोटकर
कैसे पिलाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी||

गौरी बोली सखियों से
आरी तुम क्या जानो री
जैसा वर पाया मैंने
वैसा तुम क्या पाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगीऊँचे ऊँचे पर्वत पर
शिव जी का डेरा है
नंदी कि सवारी गौरा
कैसे कर पाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी||

आगे ना कोई पीछे
गौरा तेरे दुल्हे के
दिलवाला हाल गौरा
अरे किसको सुनाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी ||

महलो में पली गौरा
राम दुलारी बनकर
शिव जी को भंग घोटकर
कैसे पिलाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी||

गौरी बोली सखियों से
आरी तुम क्या जानो री
जैसा वर पाया मैंने
वैसा तुम क्या पाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी ऊँचे ऊँचे पर्वत पर
शिव जी का डेरा है
नंदी कि सवारी गौरा
कैसे कर पाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी||

आगे ना कोई पीछे
गौरा तेरे दुल्हे के
दिलवाला हाल गौरा
अरे किसको सुनाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी

महलो में पली गौरा
राम दुलारी बनकर
शिव जी को भंग घोटकर
कैसे पिलाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी||

गौरी बोली सखियों से
आरी तुम क्या जानो री
जैसा वर पाया मैंने
वैसा तुम क्या पाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगीऊँचे ऊँचे पर्वत पर
शिव जी का डेरा है
नंदी कि सवारी गौरा
कैसे कर पाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी||

आगे ना कोई पीछे
गौरा तेरे दुल्हे के
दिलवाला हाल गौरा
अरे किसको सुनाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी ||

महलो में पली गौरा
राम दुलारी बनकर
शिव जी को भंग घोटकर
कैसे पिलाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी ||

गौरी बोली सखियों से
आरी तुम क्या जानो री
जैसा वर पाया मैंने
वैसा तुम क्या पाओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी ||

शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी
भोला योगी संग कैसे
अरे जिंदगी बिताओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी

शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी
भोला योगी संग कैसे
अरे जिंदगी बिताओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी

शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी
भोला योगी संग कैसे
अरे जिंदगी बिताओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी

शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी
भोला योगी संग कैसे
अरे जिंदगी बिताओगी
शिव तो ठहरे सन्यासी
गौरां पछताओगी |

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