षटतिला एकादशी | Shat Tila Ekadashi :->दोस्तों एकादशी वैष्णव जनों की जीवन शैली है जिसे वैष्णव जन बहुत ही नियम और भक्ति भाव से करते हैं हर वर्ष एकादशी आती है इनकी संख्या 24 होती है कभी-कभी यह 26 भी हो जाती है हर महीने में दो एकादशी पड़ती हैं एक शुक्ल पक्ष को पड़ती है और एक अंधेर पक्ष में पड़ती है| सच्चे वैष्णव जन को दोनों ही एकादशी के व्रत के नियम का पालन करना चाहिए|
षटतिला एकादशी | Shat Tila Ekadashi
यह व्रत सनातनी परंपरा में विशेष स्थान रखता है वैष्णव जनशय विज्ञान बहुत से निकलना भक्त इस व्रत को व्रत कर भगवान श्री हरि कृष्ण गोविंद की कृपा पाते हैं| इस त्यौहार के मुख्य देवता भगवान श्री लक्ष्मी नारायण है यानी श्री हरि, कृष्ण, गोविंद |
Shat Tila Ekadashi kab hai :-
दोस्तों इस वर्ष छठ दिला एकादशी 6 फरवरी 2024 को पड़ रही है| इस दिन तिल का दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है| व्रत का नियम करने से पहले इस बात को अवश्य जान लें कि आप जिस दिन व्रत हो
उसे एक दिन पहले ही दोपहर से अन्य खाना त्याग दें ताकि आपके पेट में बच्चा कुछ आना ना हो और सात्विक आहार सात्विक जीवन जीना आरंभ कर दें | कोई भी जब तक पूजा तभी अंकुरित होती है जब उसकी नियमित किया जाए | तो किसी विद्वान वैष्णव जन और ब्राह्मण से इसके बारे में पुष्टि कर लेने की व्रत की सही विधि क्या है|
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