Shabri Jayanti :->दोस्तों शबरी जयंती हर वर्ष मार्च के महीने यानी फाल्गुन के महीने में कृष्ण पक्ष सप्तमी वाले दिन मनाई जाती है | से 3 मार्च 2024 को पेशावरी जयंती धूमधाम से इस वर्ष में मनाई जाएगी | धर्म शास्त्रों के अनुसार यही दिन था जब माता शबरी भगवान श्री राम से मिली थी
| वैष्णव जन और अन्य भक्त गणों ने शबरी जी का चरित्र तो पढ़ाई होगा शबरी जी भगवान जी राम की अनन्य भक्त थी | जिन्होंने खबरें सरल भाव से भक्ति के बल से भगवान श्री राम को अपनी कुटिया में आने के लिए विवश कर दिया था
शबरी जयंती | Shabri Jayanti
माना जाता है कि फाल्गुन कृष्ण पक्ष की सप्तमी वाले दिन ही भगवान राम से शबरी का मिलन हुआ था | और बड़े प्रेम भाव से माता शबरी ने भगवान राम को मीठे-मीठे बेर खिलाए थे वह भी झूठे थे लेकिन भगवान ने भक्ति माता शबरी की भावना और प्रेम को समझते हुए झूठे बेर भी स्वीकार कर लिए | इस माता शबरी के चरित्र से हमें यह भी पता चलता है कि भगवान प्रेम के भूखे होते हैं भाव के भूखे होते हैं ना की अनेक अनेक वस्तुओं के| माता शबरी भक्ति का प्रतीक है | जो भी भक्त माता शबरी का चरित्र स्मरण करता है और उनके चित्र का मनन करता है वह अवश्य ही अपने आराध्य देव को प्राप्त कर लेता है|
पेशावरी जयंती वाले दिन भक्तगणों को सुबह जल्दी उठकर चिन्ह नदी से निवृत होकर माता शबरी और भगवान राम का स्मरण करना है उनकी पूजा अर्चना करनी है विधिवत और उसके बाद माता शबरी और राम जी को हो सके तो बेर के फल अवश्य चढ़ाएं | फिर उनसे भक्ति की कामना करके अपनी दिनचर्या को शुरू करें| तो हमेशा करते हैं की माता शबरी आप पर आशीर्वाद दे |