संकट ने घेरा है तुझे तेरा | Sankat ne ghera hai lyrics :->यह सुंदर भजन नईम अजमेरी ने बालाजी महोत्सव 2008 में द्वारा गायन किया गया था | कृष्ण भजन के लिरिक्स अन्य हनुमान भक्तों के साथ शेयर करें
संकट ने घेरा है तुझे तेरा | Sankat ne ghera hai lyrics
संकट ने घेरा हैं आज तेरा राम पुकारे रे
आजा मेरे हनुमान ।
भाई की मूरछा को तोड़के प्राण बचा ले रे
आजा मेरे हनुमान….
पापी ने धोखे से शक्ति को दे मारा
मूर्छित पड़ा देखो कैसे लखन प्यारा ।
मेरी लाज तू आकर बचा तेरा राम पुकारे रे
आजा मेरे हनुमान….
माता को जाकर के मैं क्या बताऊंगा
दुनीया को अब कैसे मुखड़ा दिखाऊंगा ।
तुझे आँख में आंसू लिए तेरा राम पुकारे रे
आजा मेरे हनुमान….
सूरज के उगने से पहले चले आना
वरना मुझे भी तू जिन्दा नहीं पाना ।
भाई का गम कैसे सहु तेरा राम पुकारे रे
आजा मेरे हनुमान…
तेरे राम को जब भी दुखड़ों ने घेरा हे
आकर के तूने ही यम से उभरा हे ।
अब ‘हर्ष’ क्यूँ देरी करे तेरा राम पुकारे रे
आजा मेरे हनुमान ..