Pakad Lo Hath Banwari Nahi To Doob Jaunga :->सृष्टि की संपूर्ण शांति छुपी है इस भजन में असीम आनन्द की अनुभति होती है अति सुंदर।
Pakad Lo Hath Banwari Nahi To Doob Jaunga
पकड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे
हमारा कुछ न बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जायेगी
तुम्हारे ही भरोसे पर जमाना छोड़ बैठे हैं
ज़माने की तरफ देखो, हमे कैसे निभाओगे|
कड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे
हमारा कुछ न बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जायेगी|
पड़ी मझधार में नैया, खिवैया कोई नहीं मेरा
खिवैया आप बन जाओ, नहीं तो डूब जाएंगे |
कड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे
हमारा कुछ न बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जायेगी
लदी है पाप की गठरी, वजन पापों का भारी है
यह गठरी आप संभालो तो बेडा पर हो जाए |
कड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे
हमारा कुछ न बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जायेगी
लड़कपन की मोहब्बत है हमारी छूट जाएगी
लगी ना नग जड़ी चूड़ी जो इक दिन टूट जायगी |
कड़ लो हाथ बनवारी, नहीं तो डूब जाएंगे
हमारा कुछ न बिगड़ेगा, तुम्हारी लाज जायेगी |