पद्मिनी एकादशी | Padmini ekadashi :-> पद्मिनी एकादशी हिंदू पंचांग में महत्वपूर्ण एक पर्व है जो वैष्णव समुदाय में धार्मिक महत्व रखता है। यह पर्व माघ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। पद्मिनी एकादशी को ‘पद्म एकादशी’ और ‘पुत्रदा एकादशी’ नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से वंशवृद्धि होती है और अधिकारी पुत्र प्राप्ति के लिए यह व्रत अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
पद्मिनी एकादशी | Padmini ekadashi
पद्मिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के लिए विशेष भक्ति भाव से उनकी पूजा की जाती है। भगवान विष्णु की भक्ति के साथ इस व्रत को नियमित रूप से किया जाता है तो इससे सभी संकट और पापों से मुक्ति मिलती है। इस दिन विशेष तौर पर गुड़, दूध, फल, और भगवान के प्रसाद का विशेष भोग भी चढ़ाया जाता है।
पद्मिनी एकादशी का महत्व वेद पुराणों में वर्णित है और इसे धार्मिक उत्सव के रूप में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। भारत में यह पर्व विभिन्न राज्यों में अलग-अलग नामों से मनाया जाता है, जैसे कि गुजरात में इसे ‘तुलसी एकादशी’ और महाराष्ट्र में ‘पांडुरंग एकादशी’ के नाम से जाना जाता है।
इस पवित्र दिन को भगवान विष्णु की आराधना, भजन, कीर्तन, और सत्संग करके बिताना चाहिए। साथ ही दिनभर उपवास रखकर व्रत को पूरा करना चाहिए। इससे वंश में सुख, समृद्धि, और शांति की प्राप्ति होती है और भगवान का आशीर्वाद मिलता है।
पद्मिनी एकादशी की तारीख 2023 में 28 जनवरी है।
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