Skip to content
Home » Neem karoli baba (जानिए सम्पूर्ण जानकारी)

Neem karoli baba (जानिए सम्पूर्ण जानकारी)

neem_karoli_baba

Neem karoli baba :->नीम करोली बाबा, जिनका असली नाम नीम करोली बाबा निक्ले, एक प्रमुख भक्तिमार्गी संत थे जिन्हें हिंदू धर्म में महात्मा होने के रूप में सम्मान दिया जाता है। वे 20वीं सदी के मध्य में भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के कैलाशी गांव में जन्मे थे और बाबा नीम करोली नाम से पुकारे जाते थे, क्योंकि वे बाबा नीम के पेड़ के नीचे पूजा की थी।

नीम करोली बाबा | Neem karoli baba

नीम करोली बाबा का जीवन और उनके उपदेशों के बारे में अनेक किताबें और कहानियाँ मिलती हैं, लेकिन उनकी असली जयंती २०१३ में नहीं मिलती। वे भक्ति, सेवा, और प्रेम की महत्वपूर्ण बातें सिखाते थे और अपने अनुयायियों को सद्गुरु के रूप में मार्गदर्शन करते थे।

नीम करोली बाबा के शिष्यों में भगवान राम दास, नीमा, और राधा मां समेत कई महान संत शामिल थे, जो उनके उपदेशों का पालन करते थे और उनकी शिक्षाओं को फैलाते रहे।

नीम करोली बाबा के उपदेश विशेष रूप से सर्वधर्म समानता, सेवा, प्रेम, और निष्कलंक भक्ति पर आधारित थे। उन्होंने आध्यात्मिकता को सीखने और अपनाने की महत्वपूर्णता को बताया और उनके शिष्यों को एक उदाहरण प्रस्तुत किया।

नीम करोली बाबा की स्मृतियों और उपदेशों का प्रचार आज भी चलता है और उन्हें एक महान संत के रूप में समर्पित किया जाता है।

Neem karoli baba ashram kainchi dham

कैंची धाम (Kainchi Dham) भारत में एक प्रमुख आध्यात्मिक स्थल है जो नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) की स्मृति में स्थापित है। यह स्थल उत्तराखंड राज्य के नैनीताल जिले में स्थित है और भगवान हनुमान की पूजा के लिए प्रसिद्ध है।

कैंची धाम की नीम करोली बाबा द्वारा स्थापित की गई अश्रम यहाँ के मुख्य आकर्षण में से एक है। नीम करोली बाबा ने इस अश्रम की स्थापना की थी और यहाँ उनकी आध्यात्मिक साधना का स्थल बन गया था। यहाँ पर एक हनुमान मंदिर भी है, जिसमें भगवान हनुमान की बड़ी मूर्ति है और भक्तों की भक्ति का केंद्र है।

कैंची धाम एक आध्यात्मिक स्थल के रूप में लोगों के बीच महत्वपूर्ण है, और यहाँ पर विभिन्न आध्यात्मिक आयोजन और सत्संग आयोजित किए जाते हैं। भक्तजन यहाँ आकर साधना, मेधावी विचारधारा और आध्यात्मिक शिक्षा में रुचि दिखाते हैं।

नीम करोली बाबा के आदर्शों को यहाँ पर बने अश्रम में जीने और उनके उपदेशों का अनुसरण करने का मौका मिलता है। यह स्थल विशेष रूप से नीम करोली बाबा के भक्तों के लिए एक पवित्र और महत्वपूर्ण स्थल है।

Neem karoli baba ashram address

नीम करोली बाबा आश्रम, जिसे कैंची धाम के नाम से भी जाना जाता है, भारत के उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित है। यह आश्रम भवाली शहर के पास स्थित है, जो नैनीताल के करीब है। यहाँ अनुमानित पता है:

नीम करोली बाबा आश्रम (कैंची धाम)
कैंची धाम रोड, हनुमानगढ़ी,
नैनीताल, उत्तराखंड 263132,
भारत

कृपया ध्यान दें कि पते समय के साथ बदल सकते हैं, इसलिए मैं यात्रा की योजना बनाने से पहले विश्वसनीय स्रोतों के माध्यम से पते को सत्यापित करने की सलाह देता हूं।

Neem karoli baba miracles

नीम करोली बाबा (Neem Karoli Baba) के जीवन में कई चमत्कारिक घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं, जो उनके आश्रम के शिष्यों और भक्तों द्वारा गवाही दी गई हैं। ये चमत्कार उनकी अद्वितीय आध्यात्मिकता और दिव्यता का प्रतीक माने जाते हैं।

  1. अन्न दान: नीम करोली बाबा का एक चमत्कार है कि वे कभी भी भोजन की कमी महसूस नहीं करते थे। चाहे उनके पास खाने के लिए पर्याप्त धन हो या न हो, वे अपने शिष्यों को सदैव पर्याप्त भोजन प्रदान करते थे। उनके यहाँ आने वाले लोगों की उम्र चाहे कितनी भी हो, उन्हें वही उम्र की दिखती थी जिस वक्त वे उनके दरबार में आते थे।
  2. दृश्य अदृश्य ज्ञान: नीम करोली बाबा के पास विशेष ज्ञान की अनोखी प्रकृति थी। वे अकस्मात् जानकारी प्रदान करते और लोगों के मन में चल रहे विचारों को पढ़ते थे।
  3. रोग निवारण: नीम करोली बाबा के शिष्यों द्वारा उनके साथ बिताए गए समय में कई मामूली और गंभीर बीमारियों का उपचार किया गया है।
  4. दृढ़ श्रद्धा और दृष्टि के छक्के: कई शिष्यों ने रिपोर्ट किया है कि नीम करोली बाबा की मुख्य शिक्षा में श्रद्धा और आस्था की महत्वपूर्ण भूमिका थी। उन्हें आशा और विश्वास के साथ किसी भी कठिनाई को पार करने की क्षमता थी।

ये कुछ ही चमत्कारिक घटनाएं हैं जो नीम करोली बाबा के चारणों में घटीं थीं। उनकी महानता और उनके आध्यात्मिक संदेश का प्रभाव आज भी दुनियाभर के लोगों के जीवन में दिखाई देता है।

Neem karoli baba quotes

नीम करोली बाबा के उपदेश और विचार अनुयायियों के बीच में महत्वपूर्ण हैं और उन्होंने जीवन के विभिन्न पहलुओं पर आलोचना और संज्ञान दिया। यहां कुछ उनके प्रसिद्ध उद्धरण (quotes) हैं:

  1. “कभी भी मत देखो कि तुम्हारे पास क्या नहीं है, बल्कि देखो कि तुम्हारे पास क्या है और उसका उपयोग कैसे कर सकते हो।”
  2. “प्रेम को बढ़ावा देने के लिए कुछ दिन कोई नहीं चलता, सभी दिन चलता है।”
  3. “खुश रहने के लिए किसी और की बुराई नहीं करो, अपने की नहीं।”
  4. “खुदा में भरोसा रखो, पर पैर जमीन पर ही रखो।”
  5. “जब भी तुम किसी के साथ हो, तो सोचो कि वह भगवान का रूप है।”
  6. “सच्चे प्रेम में आसानी से दु:ख और सुख को सहने की क्षमता होती है।”
  7. “ध्यान करने वाले को दिखता है कि सब ध्यान कर रहे हैं।”
  8. “संसार में कुछ भी ठोस नहीं है, सब एक माया है।”
  9. “हर दिन तुम्हें अपने मन को नये तरीके से साधना करने की आवश्यकता है।”
  10. “अपनी बदलती हुई और अनिश्चित जीवन की स्वीकृति करो।”

ये उद्धरण नीम करोली बाबा के उपदेशों की महत्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाते हैं और लोगों के आध्यात्मिक और व्यक्तिगत विकास में मदद करते हैं।

Neem karoli baba mantra

नीम करोली बाबा के लिए विभिन्न मंत्र और जाप के प्रकार हो सकते हैं, लेकिन उनके आध्यात्मिक संदेश और उपदेशों का मूलभूत रूप होता है। वे भक्ति, प्रेम, सेवा और सामर्पण के महत्वपूर्ण आदर्श थे। उनका मंत्र सामान्यत: “राम, राम” था, जिसे उनके शिष्य और भक्त जाप करते थे।

नीम करोली बाबा के मंत्र का जाप करते समय, आप उनके आध्यात्मिक आदर्शों का स्मरण कर सकते हैं और उनके उपदेशों का अनुसरण करते हुए अपने जीवन को परिपूर्ण करने का प्रयास कर सकते हैं।

कृपया ध्यान दें कि मंत्र का उपयोग करते समय आपकी भक्ति और श्रद्धा का महत्वपूर्ण भूमिका होता है। नीम करोली बाबा के मंत्र का जाप करते समय, आपका मन और आत्मा उनके उपदेशों की ओर दिशा प्राप्त कर सकते हैं।

Neem karoli baba death | neem karoli baba died

नीम करोली बाबा, जिन्हें महाराज-जी भी कहा जाता है, ने अपनी शारीरिक दुनिया को छोड़ दिया था 11 सितंबर, 1973 को। उनकी मृत्यु उत्तराखंड, भारत के कैंची धाम गांव में हुई थी।

भले ही उनकी शारीरिक विलीनता हो गई हो, लेकिन उनके आध्यात्मिक उपदेश और उनकी उपस्थिति आज भी दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करते हैं और प्रभावित करते हैं। वे एक महान संत के रूप में याद किए जाते हैं जिन्होंने उन लोगों के साथ अपना ज्ञान, प्रेम, और उपदेश साझा किया जिन्होंने उनके मार्गदर्शन की खोज की थी।

Must read below

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!