शिवलिंग पर बेल पत्र | Bel patra on shivling :-> शिवलिंग पर बेल पत्र (बिल्व पत्र) का चढ़ावा करना भगवान शिव के पूजन में अत्यंत प्रसिद्ध और पवित्र अभिषेक माना जाता है। बेल पत्र शिव पूजा में एक महत्वपूर्ण उपाय है और भक्तों के लिए इसका धार्मिक महत्व बहुत होता है।
शिवलिंग पर बेल पत्र | Bel patra on shivling
बेल पत्र को शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान शिव को खुशी मिलती है और उनकी पूजा-अर्चना को पूर्ण करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, बेल पत्र को चढ़ाने से भगवान शिव के भक्तों को आनंद, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
बेल पत्र को ध्यानपूर्वक और श्रद्धा भाव से शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए निम्नलिखित कदम अनुसरण करें:
- सबसे पहले बेल पत्र को आधार पर से काटें और उसे साफ़ करें। बेल के पत्ते को आकारशाली और बहुत अच्छे से धोएं।
- अब बेल पत्र को शिवलिंग के ऊपर ध्यानपूर्वक रखें। इसे शिवलिंग की ऊपरी सतह पर स्थानांतरित करें और याद रखें कि इसे ध्यान से रखें ताकि वह न गिरे।
- अब शिवलिंग को भगवान शिव को ध्यान में रखते हुए बेल पत्र को प्रदक्षिणा करें। इससे भगवान शिव के प्रति आपका भाव और श्रद्धा दिखता है।
- इसके बाद, बेल पत्र को शिवलिंग पर ध्यानपूर्वक चढ़ाएं और भगवान शिव को अर्पित करें। आप चाहें तो इसे पूजा के समय मंत्रों के साथ सम्मिलित करके चढ़ा सकते हैं।
- ध्यान दें कि पूजा के बाद बेल पत्र को शिवलिंग से हटाकर पवित्र स्थान पर स्थानांतरित करें और ध्यानपूर्वक इसे रखें।
बेल पत्र को शिवलिंग पर चढ़ाकर भगवान शिव की पूजा करने से भक्त को आत्मिक शांति, सुख, और समृद्धि का अनुभव होता है और इससे भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद मिलता है।