Aja Ekadashi :->अजा एकादशी, जो कि हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण एक व्रत (उपवास) है, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। ये व्रत भगवान विष्णु के प्रति श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। अजा एकादशी को “अजा” शब्द से लिया गया है, जो “अज” या “अज का बच्चा” का अर्थ होता है, और इसका मतलब है कि इस दिन भगवान विष्णु को “अज” (अज का बच्चा) का भोजन प्रिय होता है .
Aja Ekadashi
अजा एकादशी का व्रत भागवत पुराण में वर्णित है। इसके अनुरूप, एक समय राजा हरिश्चंद्र के पुत्र रोहिताश्व ने इस व्रत का पालन किया था। उनका उद्देश्य उनके पितामह राजा हरिश्चंद्र को मोक्ष प्राप्ति कराना था। भगवान विष्णु ने उनका सहयोग किया और उन्हें अपने परम धाम में बुलाया।
क्या दिन भक्तों को अनाज (अनाज), मांसाहार खाना, और तामसिक आहार (जैसी की प्याज और लहसुन) से दूर रहना चाहिए। अजा एकादशी व्रत को पवित्रता और भक्ति भावना के साथ मनने से व्यक्ति अपने पापों का प्रायश्चित करके मन, वचन, और कर्म में सुधार करने का संकल्प लेते हैं।
Aza Ekadashi 2023 किस दिन है और इसका प्रारंभ और समाप्ति और पारण समय क्या है
september के महा में एकादशी 10 सितंबर 2023 को दिन रविवार वाले दिन पड़ रही है|
एकादशी तिथि का प्रारंभ 9 सितंबर 2023 शाम 7:17 पर शुरू होगा|
इसकी तिथि का समाप्ति 10 सितंबर 2023 रात 9:28 पर होगा|
पारण का समय 11 सितंबर 2023 सुबह 6:04 से 8:30 तक होगा