भगवान श्रीकृष्ण ने अपने जीवन में कई कठिनाइयों का सामना किया। इनमें से कुछ मुख्य कठिनाइयाँ निम्नलिखित हैं:

मांकासुर का वध: भगवान श्रीकृष्ण ने बचपन में मांकासुर जैसे दुराचारी दैत्य का वध किया। उसने मांकासुर के रूप में एक अघोर दिव्य आकृति धारण की और उसका वध किया।

पूतना का वध: श्रीकृष्ण ने अपने बचपन में पूतना नामक दैत्यिनी का वध किया, जो छोटे श्रीकृष्ण को जादू से मारने का प्रयास कर रही थी।

कालयवन का वध: श्रीकृष्ण ने कालयवन नामक दैत्य का वध किया, जो द्वारका पर हमला करने का प्रयास कर रहा था।

 आक्रूर का वध: भगवान श्रीकृष्ण ने अपने चाचा आक्रूर का वध किया, जो कंस के सेवक थे और कंस की आदेश पर व्रज में क्रूरता और अत्याचार करने आए थे।

जरासंध का वध: श्रीकृष्ण ने महाभारत काल में जरासंध नामक राजा का वध किया, जो महाबली और आक्रमक थे।

महाभारत युद्ध का सामना: भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के समय कुरुक्षेत्र में कई कठिनाइयों का सामना किया, जैसे कि अर्जुन के मनोबल को सुधारना, युद्ध में मधुसूदन रूप में अर्जुन की मदद करना, और महाभारत के युद्धभूमि पर कई महत्वपूर्ण भूमिकाओं का निर्वाचन करना।

. महाभारत के बाद का सामना: महाभारत युद्ध के बाद, भगवान श्रीकृष्ण ने द्वारका के नामी नगर का पुनर्निर्माण किया और अपने अनुयायियों की रक्षा की।

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