सुन लो चतुर सुजान निगुरे नहीं रहना | Sunlo Chatur Sujan Nigure Nahi Rehna lyrics :->यह सुंदर भजन भक्ति भावना को बढ़ाने वाला है | कृपया ऐसे भजन के अपने परिवार और अपने दोस्तों के साथ शेयर करें धन्यवाद|
सुन लो चतुर सुजान निगुरे नहीं रहना | Sunlo Chatur Sujan Nigure Nahi Rehna lyrics
निगुरे नहीं रहना
सुन लो चतुर सुजान निगुरे नहीं रहना..
निगुरे का नहीं कहीं ठिकाना चौरासी में आना जाना।
पड़े नरक की खान निगुरे नहीं रहना..
गुरु बिन माला क्या सटकावे मनवा चहुँ दिश फिरता जावे।
यम का बने मेहमान निगुरे नहीं रहना..
सुन लो..
हीरा जैसी सुंदर काया हरि भजन बिन जनम गँवाया।
कैसे हो कल्याण निगुरे नहीं रहना..
सुन लो..
निगुरा होता हिय का अंधा खूब करे संसार का धंधा।
क्यों करता अभिमान निगुरे नहीं रहना.
सुन लो..