श्याम तेरी मेरी प्रीत पुरानी लिरिक्स | Shyam Teri Meri Preet Purani :->यह सुंदर भजन सुखजीत सिंह टोनी जी द्वारा गायन किया गया है इसमें भक्तों के प्रभु श्री श्याम के प्रति प्रीति का वर्णन बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया है
श्याम तेरी मेरी प्रीत पुरानी लिरिक्स | Shyam Teri Meri Preet Purani
श्याम तेरी मेरी तेरी मेरी,
है ये प्रीत पुरानी ।
तेरी कृपा से सब हो पाया,
बिन पंखों के मैं उड़ पाया ।।
तेरे दर से पहचान मिली हैं,
ओ शीश के दानी ।
श्याम तेंरी मेरी तेंरी मेरी,
है ये प्रीत पुरानी ।।
हारे का सहारा तू है लखदातारी,
तेरी रहमतों पर जाऊं बलिहारी ।
बाबा तेरी रहती हर पल,
बड़ी मेहरबानी ।।
श्याम तेंरी मेरी तेंरी मेरी ।
है ये प्रीत पुरानी ।।
तेरे एहसानों का मैं करूं शुकराना,
प्रेम का ये बंधन सदा ही निभाना ।
चलता तेरे दम पर ही तो,
मेरा दाना पानी ।।
श्याम तेंरी मेरी तेंरी मेरी ।
है ये प्रीत पुरानी ।।
तेरी मर्जीयों से है होनी अनहोनी,
सेवा में रहता है दास तेरा टोनी ।
तुमसे टूटे प्रीत कभी ना,
ये कहता चोखानी ।।
श्याम तेंरी मेरी तेंरी मेरी ।
है ये प्रीत पुरानी ।।
श्याम तेरी मेरी तेरी मेरी,
है ये प्रीत पुरानी ।
तेरी कृपा से सब हो पाया,
बिन पंखों के मैं उड़ पाया ।।
तेरे दर से पहचान मिली हैं,
ओ शीश के दानी ।
श्याम तेंरी मेरी तेंरी मेरी,
है ये प्रीत पुरानी ।।