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Sanwali surat teri tirchi re najariya lyrics

सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया | Sanwali surat teri tirchi re najariya lyrics :->यह एक shiv भजन है। इसके सुनने से भगवान के प्रति भक्ति उत्पन्न होती है। रोजाना भगवान की इस प्रार्थना को सुनने से जीवन में शांति, संतुष्टि और खुशी मिलती है।

सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया | Sanwali surat teri tirchi re najariya lyrics

मोर मुकुट तेरे हाथों में बांसुरीया
देवी देवता सब नर और नारी
जाएं बलिहारी बलिहारी

सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया
मन में है बसी तेरी बांकी छवि
मेरे गिरधारी गिरधारी

सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया
ऐसी अलबेली ऐसी प्यारी
छवि अलबेली श्याम की
श्याम के रंग में रंग दी है काया
लगन लगी तेरे नाम की
राह पकड़ ली हमने कन्हैया
अब तो तेरे धाम की
अबे नहीं छूटे तेरे दर की डगरिया
अबे नहीं छूटे तेरे दर की डगरिया
मन में है बसी तेरी बांकी छवि
मेरे गिरधारी गिरधारी
सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया…..

सूरदास के छोटे ललना
मीरा के भरतार हो
राधा के हो प्रेमी प्रीतम
संतो के तारणहार हो
अर्जुन के तुम बने सारथी
अर्जुन की तुम बने सारथी
भक्तों के दातार हो
जैसे भाव वैसे देखे रे सांवरिया
देवी देवता सब नर और नारी
जाएं बलिहारी बलिहारी
सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया…..

गोपी गवाल संग धेनु चरावे
माखन चोर गोपाल रे
कुंज गली में रास रचाये
नटखट श्री नंदलाल रे
चीर चुराये रे मटकी गिराये
बैठे कदम की डाल रे
लीला तेरी देख के
मन रे बांवरिया
मन में है बसी तेरी बांकी छवि
मेरे गिरधारी गिरधारी
सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया…..

नाता हमारा जन्मो पुराना
तू रहना मेरे साथ मे
चाहे दुनिया हाथ छोड़ दे
तू न छोड़ना मेरा हाथ रे
पार भवर से नाव लगा दे
जगदीश्वर भगवान रे
चरणों मे तेरे मेरी
बीती रे उमरिया
देवी देवता सब नर और नारी
जाएं बलिहारी बलिहारी
सांवली सूरत तेरी तिरछी रे नजरिया…..

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