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खंडोबाची आरती | Khadobachi Aarti Lyrics

  • Aarti

खंडोबाची आरती | Khadobachi Aarti Lyrics :-> खंडोबा: मार्तंड भैरव, मल्हारी, या मल्हार एक हिंदू देवता हैं, जिन्हें मुख्य रूप से भारत के दक्कन पठार में, विशेष रूप से महाराष्ट्र राज्य में शिव की अभिव्यक्ति के रूप में पूजा जाता है। वह महाराष्ट्र में सबसे लोकप्रिय कुलदैवत (पारिवारिक देवता) हैं। खंडोबा की पूजा 9वीं और 10वीं शताब्दी के दौरान एक लोक देवता से शिव, भैरव, सूर्य और कार्तिकेय के गुणों वाले समग्र देवता में विकसित हुई। खंडोबा पूजा महाराष्ट्र में जेजुरी है।खंडोबा की किंवदंतियां, मल्हारी महात्म्य में पाई जाती हैं

खंडोबाची आरती | Khadobachi Aarti Lyrics

पंचानन हयवाहन सुरभूषितनीळा ,
खंडामंडित दंडित दानव अवलीळा ॥

मणिमल्ल मर्दुनियां जों धूसुर पिवळा ,
हिरे कंकण बासिंगे सुमनांच्या माळा ॥

जय देव जय देव जय शिव मल्हारी ,
वारीं दुर्जनअसुरा भवदुस्तर तारी ॥

सुरवरसंवर वर दे मजलामी देवा ,
नाना नामे गाइन ही तुमची सेवा ॥

अघटित गुण गावया वाटतसे हेवा ,
फणिवर शिणला किती नर पामर केवा ॥

रघुवीरस्मरणी शंकर ह्रुदयीं निवाला ,
तो हा मल्लांतक अवतार झाला ॥

यालागीं आवडे भाव वर्णीला ,
रामी रामदासा जिवलग भेटला ॥

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