भोले तेरी जटा से बहती है गंग धारा | Bhole Teri Jata Se Bahati Hai Gang Dhara lyrics :-> यह भोलेनाथ का प्रिय भजन पूज्य Usman mir द्वारा एक राम कथा में गायन किया गया है इसको सुनने मात्र से शिव भक्तों के हृदय में प्रेम का विशाल सागर उमड़ पड़ता है
भोले तेरी जटा से बहती है गंग धारा | Bhole Teri Jata Se Bahati Hai Gang Dhara lyrics
भोले तेरी जटा से
बहती है गंग धारा
शंकर तेरी जटा से
बहती है गंग धारा
काली घटा के अंदर
जु दामिनी उजाला
शंकर तेरी जटा से
बहती है गंग धारा
गल में मुंड माला की साजे
शशि भाल में गंग विराजे
डम डम डमरू बाजे
कर में त्रिशूल धारा
शंकर तेरी जटा से
बहती है गंग धारा
भृग में तीन है तेज विसारे
कटीबंद में नाग सवारे
कहलाते कैलाश पति ये
करते जहाँ विसारा
शंकर तेरी जटा से
बहती है गंग धारा
शिव के नाम को जो उच्चारे
सबके पाप दोष दुःख हारे
सारी श्रष्टि के दाता ये
भव से पार उतारे
शंकर तेरी जटा से
बहती है गंग धारा
भोले तेरी जटा से
बहती है गंग धारा
शंकर तेरी जटा से
बहती है गंग धारा
काली घटा के अंदर
जु दामिनी उजाला
शंकर तेरी जटा से
बहती है गंग धारा
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